शिमला: प्रदेश में प्राकृतिक खेती कर रहे किसान-बागवान सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के जनक पद्मश्री सुभाष पालेकर से उत्पादों के विपणन और बेहतर मॉडल कैसे तैयार किया जाए, इसके गुर सीखेंगे। 18 से 22 अगस्त तक महाराष्ट्र में होने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश के 24 किसान हिस्सा लेंगे। इस शिविर में किसान-बागवानों को प्राकृतिक खेती में खड़े किए मॉडल का भ्रमण भी करवाया जाएगा ताकि ये किसान अपने खेत- बागीचे में उत्कृष्ट मॉडल खड़े कर सके। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को किसान उत्पाद संघों के माध्यम से अपने उत्पादों को किस तरह बाजार उपलब्ध करवाया जा सकता है इसके बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इस प्रशिक्षण शिविर में किसानों के उत्कृष्ट मॉडल में भ्रमण के अलावा डॉ पालेकर से सवाल-जवाब और अनुभव कथन भी रहेगा, जिससे प्रदेश के किसानों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। कृषि सचिव राकेश कंवर ने बताया कि पद्मश्री सुभाष पालेकर के प्रशिक्षण शिविर के दौरान हिमाचल के किसानों और अधिकारियों को पांच स्तरीय खेती-बागवानी प्रणाली को सीखने के साथ गर्म इलाकों में बिना रसायनों के कम लागत में कैसे सेब बागवानी की जा सकती है इसके बारे में भी प्रशिक्षण मिलेगा। इसके बाद प्रदेश में भी पांच स्तरीय मॉडल को अपनाने के दिशा में प्रयास किए जाएंगे। गौर रहे कि साढे़ चार वर्ष पहले प्रदेश में प्राकृतिक खेती को शुरू करने से पहले पदमश्री सुभाष पालेकर के हिमाचल में दो स्थानों में बड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए थे और इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश के बहुत से किसान-बागवान लाभान्वित हुए थे।
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