शिमला: विश्व भर में वातावरण परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग जैसे खतरों पर बहस हो रही है और तरह तरह के लोग और संगठन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भाषण और आंदोलन करते हैं तो वही कुछ लोग चुपचाप इस दिशा में काम कर के शोरगुल से दूर पर्यावरण संरक्षण के महायज्ञ में निस्वार्थ भाव से आहुतियां दे रहे हैं कुछ ऐसा ही देखने को मिला राजधानी शिमला से कुछ तो बोल जुब्बल के अधीन आने वाले मंढोल क्षेत्र में। यहां “एक पेड़ मेरे स्कूल के नाम शीर्षक” के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंडोल ने एनएसएस व इको क्लब के संयुक्त तत्वाधान के माध्यम से 200 देवदार के पौधों का रोपण किया इस अवसर पर वन विभाग से रेंज ऑफिसर रोशन लाल चौहान बीट गार्डन मंढोल अविनाश बीट गार्ड सील पंकज विशेष रूप से उपस्थित रहे स्कूल के प्रधानाचार्य श्री ज्ञान चौहान ने एनएसएस व इको क्लब के बच्चों को पर्यावरण का महत्व समझाया एक पेड़ मेरे स्कूल के नाम रोपकर बच्चों व समस्त अध्यापकों ने जहां एक तरफ आसपास के लोगों को जागरूक किया वहीं बच्चों को पर्यावरण संरक्षण व वनीकरण का संदेश दिया।

इको क्लब प्रभारी बलबीर द्वारा बच्चों से आव्हान किया गया कि बरसात में अपने घर के आस-पास खाली पड़ी भूमि पर वृक्षारोपण के लिए अपने परिवार व आसपास के लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया एनएसएस प्रभारी श्री कुलदीप जसटा जी ने बच्चों को अपने संबोधन में पेड़ के महत्व व रखरखाव का पाठ पढ़ाया इस अवसर पर स्थानीय बाजार मैं वन संरक्षण जागरूकता रैली निकाली गई श्री कुलदीप जी ने कहा कि आने वाले दिसंबर माह में रोपित देवदार पौधों के चारों तरफ फायर लाइन स्थापित की जाएगी ताकि आगजनी इत्यादि से पौधों को सुरक्षित किया जा सके.