हमीरपुर: हमीरपुर जिले के लगमनवी क्षेत्र के घुमारवी गांव में मातम छा गया जब लोगों को यह खबर मिली कि उनके 27 वर्षीय बेटे सिपाही कमल देव वैद्य पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में ऑपरेशन ड्यूटी में नियंत्रण रेखा पर माइन ब्लास्ट होने से शहीद हो गए. यह जानकारी जिला प्रशासन को फोन के जरिए सेना द्वारा दी गई है.
जिला प्रशासन को दी गई जानकारी में भारतीय सेना की प्रवक्ता ने बताया कि दुर्घटनावश नियंत्रण रेखा के माइन विस्फोट में सिपाही कमल गंभीर रूप से घायल हो गए है और उन्हे तुरंत निकटतम चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने शनिवार को कहा कि कमल देव एक बहादुर, अत्यधिक प्रेरित और ईमानदार सैनिक थे. प्रवक्ता ने कहा कि सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए राष्ट्र हमेशा कमल देव का ऋणी रहेगा. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री पीके धूमल ने भी सिपाही कमल देव की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है उन्हें कहा है कि देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शहीद कमल देव की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने शहीद के माता पिता के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है.
बता दें कि कमल देव डोगरा रेजीमेंट में सिपाही की पोस्ट पर कार्यरत थे. अप्रैल माह में छुट्टी काट कर वह घर से लौटे थे. वहीं अक्टूबर माह में उनकी शादी तय हुई थी, जिसकी घर परिवार में तैयारी चल रही थी. अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे और उनके दो विवाहित बहने हैं, जिन्हें वह अपने पीछे छोड़ गए हैं. मामले की सूचना मिलते ही उनके इलाके में शोक की लहर है. शहीद के आवास पर उनके परिवार को सांत्वना देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.