मंडी के बाद हमीरपुर भाजपा नेता की लापरवाही न पड़ जाए भारी, एसडीएम-बीडीओ सहित 60 प्राथमिक संपर्क में

कांगड़ा में सैन्य और पैरा मिलिट्री जवानों को अब होना होगा संस्थागत क़वारन्टीन, सचिवालय में संक्रमित मामले आने से डरे कर्मचारी

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला/कांगड़ा/हमीरपुर। भाजपा के पूर्व विधायक एवं एचआरटीसी के वाइस चेयरमैन की गलती से न केवल जनता, बल्कि कई बड़े अधिकारियों को भी खतरा हो गया है। एसडीएम नादौन, बीडीओ नादौन, जिला राजस्व अधिकारी समेत 60 से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पूर्व विधायक के प्राथमिक संपर्क में आए हैं। साथ ही उपायुक्त कार्यालय हमीरपुर की निजी सचिव, निजी सहायक, दो चपरासी समेत चार लोग भी उनके प्राथमिक संपर्क में आए हैं। 21 जुलाई को पूर्व विधायक मिनी सचिवालय हमीरपुर में उपायुक्त से मिलने आए थे, लेकिन उपायुक्त के अपने कार्यालय से बाहर होने के कारण वह बाकी स्टाफ से मिले।
उनके संपर्क में आए सभी लोगों को गृह संगरोध में रहने के आदेश जारी हुए हैं। इसके साथ ही पूर्व विधायक की पत्नी और बेटा व घर पर अन्य सदस्य भी उनके प्राथमिक संपर्क में हैं। जबकि पूर्व विधायक को एचआरटीसी का वाइस चेयरमैन बनने पर मिला सरकारी वाहन का चालक व निजी सचिव भी उनके प्राथमिक संपर्क में हैं।
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डॉ. राधा कृष्णन राजकीय मेडिकल कालेज हमीरपुर में सैंपल देने के बाद भाजपा नेता ने हमीरपुर के गांधी चौक पर रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान पर शॉपिंग की थी। यहां एक रेस्टोरेंट में चाय पीने के बाद वह आधा दर्जन अन्य दुकानों में भी गए। गांधी चौक पर कई अपने पहचान के लोगों से मुलाकात करने के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। दो लोगों के घर पर शोक प्रकट करने भी गए थे।
उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि एहतियातन जिन-जिन दुकानों में भाजपा नेता गए थे, उन्हें कुछ दिनों तक बंद रखने और दुकानों के सभी स्टाफ को क्वारंटीन में रहने के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही एचआरटीसी के वाइस चेयरमैन के गांव को भी कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। उनके प्राथमिक संपर्क में 60 से अधिक लोगों की सोमवार शाम तक पहचान की जा चुकी है। संपर्क में आए लोगों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।
वहीं कांगड़ा जिला में सेना के जवानों के संक्रमित होने की तादाद बढ़ने पर उपायुक्त राकेश प्रजापति ने बड़ा फैसला लिया है। कांगड़ा जिला में आने पर अब सेना और पैरा मिलिट्री के सभी जवान संस्थागत क्वारंटीन किए जाएंगे। सेना के जवानों को पहले छूट दी गई थी कि वे होम क्वारंटीन होंगे। इसके अलावा उपायुक्त ने अब 20 शहरों से आने वाले सभी लोगों को संस्थागत क्वारंटीन करने का फैसला भी लिया है। पहले इन शहरों की संख्या 13 थी।

सचिवालय कर्मी भी डरे, लॉक डाउन की मांग 

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सचिवालय में भी कोरोना पॉजिटिव का मामला आने से कर्मचारी सहम गए हैं। संगठनों के पदाधिकारियों ने सचिवालय के पुराने भवन को बंद करने की मांग की है। उनका कहना है कि कर्मचारियों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब लॉकडाउन की जरूरत है। सचिवालय सेवाएं अधिकारी महासंघ के अध्यक्ष कुलतार सिंह राणा का कहना है कि जहां पर कोरोना संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं।
ऐसे सभी क्षेत्रों में पूर्णबंदी लागू होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त दूसरे क्षेत्रों में एहतियात बरती जानी चाहिए। मुख्य सचिव को लिखे पत्र में उन्होंने सचिवालय में बढ़ रहे मामलों को लेकर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि सचिवालय में अनावश्यक आमद पर प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने सचिवालय कर्मचारी संगठन के प्रदेशाध्यक्ष संजीव शर्मा और मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।