आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला । राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) के 44वें स्थापना दिवस का आयोजन NABARD हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय, शिमला में अत्यंत गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, परिवहन, उद्योग, आर. डी. नजीम, IAS थे। उनके साथ NABARD के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. विवेक पाठानिया, महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधकगण, हिमाचल प्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव बैंक, कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक, जोगिंद्र सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में राज्य के तीन प्रमुख सहकारी बैंकों— HPStCB, KCCB और JCCB को उनके उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन के लिए प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही तीन प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को भी उनके नवाचार और वित्तीय अनुशासन हेतु सम्मानित किया गया।
इस अवसर NABARD की 43 वर्षों की विकास यात्रा पर आधारित एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें संस्था की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, वित्तीय समावेशन, महिला सशक्तिकरण, कृषि सुधारों, जलवायु परियोजनाओं और ग्रामीण अवसंरचना में योगदान को दर्शाया गया। इसने NABARD के ‘ग्रामीण भारत के परिवर्तन में साझेदार’ की भूमिका को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया।
कार्यक्रम स्थल पर एक लघु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें NABARD समर्थित समूहों और उत्पादकों ने भाग लिया। प्रमुख उत्पादों में शामिल थे: शिमला जिले से पारंपरिक सिड्डू, सोलन जिले से ‘My Pad My Right’ परियोजना के तहत निर्मित सैनिटरी नैपकिन, मंडी जिले के सरोआ OFPO से हैंडलूम उत्पाद, और स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार हर्बल हैंडमेड साबुन। प्रदर्शनी ने NABARD द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं के जमीनी प्रभाव और महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और उद्यमिता को दर्शाया।
मुख्य अतिथि आर. डी. नजीम, IAS ने NABARD के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि NABARD हिमाचल जैसे राज्य में ग्रामीण समृद्धि और वित्तीय समावेशन की रीढ़ है। इसकी परियोजनाएं न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बन चुकी हैं।
NABARD के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. विवेक पाठानिया ने कहा कि NABARD की 43 वर्ष की यात्रा केवल एक संस्था की प्रगति नहीं, बल्कि लाखों ग्रामीणों की आशाओं की कहानी है। हम राज्य सरकार और सहकारी संस्थानों के सहयोग से इसी तरह विकास पथ पर अग्रसर रहेंगे।
NABARD का यह 44वां स्थापना दिवस समारोह राज्य में ग्रामीण विकास और समावेशी वृद्धि के प्रति संस्था की प्रतिबद्धता को और अधिक प्रबल करता है। NABARD आने वाले वर्षों में हिमाचल प्रदेश में कृषि, ग्रामीण अवसंरचना, महिला सशक्तिकरण और सूक्ष्म उद्यमिता के क्षेत्रों में और अधिक नवाचार तथा साझेदारी के साथ कार्य करेगा।