आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल किसान सभा के राज्याध्यक्ष डाॅ. कुलदीप तंवर ने मंगलवार को जारी बयान मेें सरकार से स्पेशल गिरदावरी करवाने की मांग की गई है ताकि भारी वर्षा से हुए नुकसान का सही आंकलन हो सके। उन्होने बताया कि ग्राम पंचायतों और अन्य फील्ड एजेंसी से नुकसान की सही रिपोर्ट प्रशासन को नहीं दी जा रही है जिसके चलते काफी लोग सरकार से मिलने वाली सहायता से वंचित हो जाएंगे। उन्होने बताया कि स्थानीय प्रशासन के पास जुन्गा क्षेत्र में भारी वर्षा से हुए नुकसान केवल चार मामले आए है जबकि वास्तव में बहुत अधिक है।
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डाॅ. तंवर ने बताया कि नुकसान का जायजा लेने के लिए टेकनिकल टीम को फील्ड में भेजना चाहिए । पटवारी द्वारा लिया जा रहा नुकसान का आंकलन सटीक नहीं होता है। नुकसान का आंकलन केवल सिविल इंजीनियर अथवा पंचायतों में तैनात तकनीकी सहायक ही सही ढंग से कर सकते हैं। दूसरी ओर किसान सभा कसुंम्पटी एटिया कमेटी के अध्यक्ष गुलाब चंदेल और सचिव जय शिव ठाकुर ने कसुपंटी निर्वाचन क्षेत्र में भारी वर्षा और भूस्खलन से हुए नुकसान का प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की सरकार से मांग की है। उन्होने पंचायत मंत्री अनिरूद्ध सिंह से त्वरित गति से कार्यवाही करते हुए सार्वजनिक सेवाओं विशेषकर सड़कों, बिजली व पानी की आपूर्ति आदि को जल्दी बहाल करने की मांग की है। सड़कें अवरुद्ध होने के कारण किसानों को अपनी तैयार फसल बाजार को तक पहुंचाने में आ रही कठिनाईयों के चलते फल, फूल व सब्जियां खेतों में ही बर्बाद हो रही हैं।