साहसिक पर्यटन: कांगड़ा व मनाली के बाद शिमला में भी कर सकेंगे लोग पैराग्लाइंडिग, जुन्गा में की गई है साइट विकसित

प्रतीकात्मक फोटो
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आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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शिमला।पयार्वरण से जुड़ी संस्था “द ग्लाइड इनकी एक नई पहल से आने वाले दिनों में शिमला के पर्यटन क्षेत्र को नए पंख लगेंगे। अब पैराग्लाइडिंग करने के इच्छुक लोग शिमला के जुन्गा में भी इसका लुत्फ उठा सकेंगे। अभी तक ये सुविधा हिमाचल के कांगड़ा जिला के बीड़ बिलिंग व कुल्लू के मनाली में ही मिल रही थी।

शिमला से सटे जुन्गा में पैराग्लाइडिंग की साइट विकसित की गई है। पिछले कुछ महीनों से यहां सैलानी पैराग्लाइडिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। पर्यावरण से जुड़े उद्यम “द ग्लाइड इन” ने जुन्गा में पैराग्लाइडिंग का बीड़ा उठाया है।

“द ग्लाइड इन’ के सी.ई.ओ. व उद्यमी अरुण रावत ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि हिमाचल सरकार की तरफ से जुन्गा में पैराग्लाइडिंग सेवा शुरू करने की अनुमति विगत वर्ष लोकडाउन से पहले प्राप्त हुई थी। इसके बाद विगत अक्टुबर माह में यहां पैराग्लाइडिंग शुरू कर दी गई थी। यहां पैराग्लाइडिंग करने में सैलानी काफी रुचि ले रहे हैं। पैराग्लाइडिंग के लिए अधिकतर बुकिंग ऑनलाइन आ रही है। इससे शिमला के पर्यटन को नया बूस्ट मिलेगा।

उन्होंने कहा कि शिमला में पयर्टकों की खूब आवाजाही रहती है। ऐसे में पैराग्लाइडिंग करने में रुचि रखने वाले पर्यटकों को यहां पैराग्लाइडिंग का भी मौका मिल रहा है। साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग के प्रति पर्यटकों का काफी रुझान रहता है।

अरुण रावत ने कहा कि पैराग्लाइडिंग से जुन्गा में रोजगार के साधन भी सृजित होंगे, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा। पैराग्लाइडिंग के दौरान पैराग्लाइडर की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि जुन्गा में पैराग्लाइडिंग के लिए पर्यटन विभाग की एसओपी को पूरा पालन किया जा रहा है।