सेब कारोबार पर कोरोना के बाद अब बदले मौसम की मार, लगातार बारिशों ने किया सेब तुड़ान बाधित

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

मंडियों में आवक होने से दाम में हल्का उछाल, कारोबारियों बोले कोरोना ने प्रभावित की खरीदारी 

विशेषर नेगी

Ads

रामपुर। हिमाचल की आर्थिकी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला सेब कारोबार इस बार कोरोना महामारी व प्रतिकूल मौसम की मार झेल रहा है। पहले ही मंडियों में कोरोना के कारण सेब  की खपत कम होने की वजह से सेब के दाम गिर गए थे। अब बेमौसमी बारिश ने सेब तुडवान कार्य में विघ्न डाला है। इस वर्ष  सेब फसल को आरंभ के महीनो में ओलाबृष्टि और बेमौसमी बर्फबारी का  सामना करना पड़ा था ।

मुंबई, दिल्ली व् आस पास के इलाकों से आए सेब खरीदारों का कहना है कि शहरों में कोरोना की वजह से
सेब की खपत कम हो गई है, मांग कम होने के कारण सेब  बागवानों को भी अपनी फसल का वाजिब दाम नहीं मिल रहा। हालांकि आजकल बारिश की वजह से सेब मंडियों में कम पहुंच रहा है और दाम में उछाल  आया है। उन का  कहना है कि
इस बार सेब प्रतिकूल मौसम और बीमारियों के कारण साफ़ नहीं है।

दिल्ली से आए सेब खरीदार कादिर ने बताया कि इस समय कोरोना से आए मंदी के चलते शहरो में  हालात काफी खराब है।  बाजार में ठेले में सेब बिक नहीं रहा है। मांग कम होने के कारण सेब के दाम भी गिर गए हैं। इस से सेब बागवानों को नुकसान हो रहा है। बागवानों को अपने उत्पाद के जितनी मेहनत लगी है उतने  पैसे नहीं बन रहे है। ऐसे में  बागवान परेशान है और हम भी परेशान हैं।

बरेली से सेब खरीद के लिए आए मोहम्मद मकसूद ने बताया कि बारिश की वजह से मंडी में माल भी कम आ रहा है। आजकल स्थानीय मंडी में सेब का रेट 11 सौ से 19 सौ रूपये प्रति पेटी है। उन की  एक गाड़ी सेब रोज दिल्ली जाती है। इस साल सेब में बीमारी होने के कारण दाम अच्छे नहीं मिल रहे हैं।

मुंबई से आए सेब व्यापारी नाइक खान ने बताया कि यहां बारिश की वजह से आजकल सेब कम आ रहा है।इस से उन्हें  क्वालिटी का सेब  मिल नहीं रहा है। सेब ज्यादा आएगा तो उन्हें सेब अच्छा मिलेगा। लेकिन आजकल सेब के दाम कुछ बढ़  गए है।