आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसरी में पहाड़ दरकने का सिलसिला नहीं थम रहा है। शुक्रवार सुबह भी पहाड़ी से चट्टानें गिरने के कारण एनएच-5 करीब साढ़े छह घंटे तक बंद रहा। इससे मार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। एनएच प्राधिकरण ने कड़ी मशक्कत के बाद नेशनल हाईवे को यातायात के लिए बहाल किया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लोगों को अगले दो दिन तक इस मार्ग पर अनावश्यक सफर न करने की हिदायत दी है।
शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे निगुलसरी के पास पहाड़ी से चट्टानें गिरने का सिलसिला शुरू हुआ। एनएच-5 पर भारी भरकम चट्टानें आने से मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। सूचना मिलते ही एनएच प्राधिकरण की मशीनरी ने दोपहर साढ़े 12 बजे तक एनएच को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। गौरतलब है कि निगुलसरी में बीते 11 अगस्त को भी पहाड़ी से चट्टानें गिरने के कारण सवारियों से भरी एचआरटीसी, टिपर और अखबार की गाड़ी सहित करीब आधा दर्जन भूस्खलन की चपेट में आ गए थे। हादसे में 28 लोगों की मौत हो गई थी।
इसके बाद भी लगातार चट्टानें गिरने का सिलसिला जारी है। उधर, एनएच प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता मोहन मेहता ने बताया कि सर्वे के बाद भू वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आना बाकी है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थायी बंदोबस्त किया जाएगा। शुक्रवार को बारिश के बीच निगुलसरी मार्ग बंद होने के बाद डीएसपी भावानगर राजू की अगुवाई में पुलिस और होमगार्ड के 6 जवान पूरा दिन ड्यूटी पर तैनात रहे। एसडीएम भावानगर मनमोहन सिंह ने जिले के लोगों से आह्वान किया है कि वे बारिश के दिनों में अधिक सफर न करें। दो दिन तक मौसम विज्ञान केंद्र के भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच उक्त मार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है।