कहा, मुख्यतः सेब, प्लम, नाशपाती व चैरी के पौधों को हुआ अस्सी फीसदी तक नुकसान
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
रामपुर। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गत 22 और 23 अप्रैल को मौसमी बर्फ़बारी व ओलावृष्टि से बागवानों को भारी नुकसान पंहुचा है। मंगलवार को आर्यवर्त एजुकेशनल वेलफेयर एंडचैरिटेबल सोसायटी ने एसडीएम रामपुर के मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को ज्ञापन भेजा। उन्होंने बताया सेब, प्लम, नाशपाती व चैरी के पौधों को 80% तक नुक्सान हुआ है। जिसके कारण बागवानों के आय का एक मात्र साधन भी चरमरा गया है। उन्होंने बागवानों को उचित मुवावज़ा प्रदान करने की मांग की है।
आर्यवर्त एजुकेशनल वेलफेयर एंड चैरिटेबल सोसायटी के अध्यक्ष कॉल नेगी ने बताया जिन बागवानों के पौधों व फ़सलों को नुक्सान हुआ है, उन क्षेत्रों के लिए एक टीम का गठन कर नुक्सान का आंकलन किया जाये। जिन बागवानों के फसल व पौधों को नुक्सान हुआ है उन्हें विशेष पैकेज दिया जाये ताकि वह अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। जो बागवान केसीसी लोन ले कर बागवानी कर रहें है, उनकी केसीसी पर ब्याज व किश्त भी माफ़ किया जाये।
जिन बागवानों ने उधार ले कर सेब की जालियां व अन्य बागवानी उपकरण ले रखें है, उनकी सब्सिडी को जल्दी उन बागवानों को दिलाया जाये। जिन बागवानों ने फसल बीमा करवा रखा है उन्हें बीमा कंपनी से उचित मुआवज़ा दिलाया जाये।