आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। कांग्रेस नेता और डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने विधानसभा के विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार को कोरोना संकट के बीच एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए। चाहे, उसकी अवधि कम समय के लिए रखी जाए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश भौगोलिक दृष्टि से विषम प्रदेश है और सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार की समस्याएं हैं। ऐसे में सत्र के जरिए सभी विधायक अपनी समस्याएं सरकार के सामने रख सकेंगे।
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उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार पर भी हमला साधा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में केवल नाम मात्र की कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार “नो टेस्टिंग, नो केसिज़” (No Testing, No Cases) की नीति पर चल रही है यानी अगर सेंपलिंग नहीं की जाएगी तो कोरोना पॉजिटिव मामले भी सामने नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाए जाने की आवश्यकता है ताकि सभी मामले सामने आ सके।
उन्होंने पर्यटकों को लेकर बनाए गए प्रोटोकॉल को लेकर भी सरकार पर हमला साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कम से कम 5 दिन की बुकिंग अनिवार्य की है और ऐसी स्थिति में पर्यटक हिमाचल प्रदेश नहीं आ रहे हैं और तमाम होटल से जुड़े लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना को लेकर सजग नहीं है और ढीला रवैया अपनाए हुए हैं।