7 करोड़ से बनेगी कड़ीवन उमलाडवार गालून सड़क ।
एसजेवीएन ने सामूहिक गायन के साथ ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ मनाई
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। भूपेन्द्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के मार्गदर्शन में, एसजेवीएन ने शिमला स्थित अपने कारपोरेट मुख्यालय में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के सामूहिक गायन का आयोजन करके इसकी 150वीं वर्षगांठ मनाई। इस कार्यक्रम में अजय कुमार शर्मा, निदेशक (कार्मिक) एसजेवीएन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। एसजेवीएन ने अखिल भारत में अपनी सभी परियोजनाओं और कार्यालयों में सामूहिक गायन का आयोजन करके वर्ष भर चलने वाले इस समारोह की शुरुआत की।
इस ऐतिहासिक अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली से राष्ट्र को संबोधित किया तथा इस कार्यक्रम का एसजेवीएन कर्मचारियों के लिए सीधा प्रसारण किया गया। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वंदे मातरम का सामूहिक गायन एक गहन अनुभव है, जो एकता, साहस और गौरव की प्रेरणा देता है। माननीय प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल देते हुए कहा कि ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है, जिसे भारत हासिल न कर सके। उन्होने यह भी कहा कि यह समारोह सभी नागरिकों में नई ऊर्जा और गौरव का संचार करेगा तथा राष्ट्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगी।
इस अवसर पर अजय कुमार शर्मा ने कहा कि वंदे मातरम हमारे राष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। आज हम एक ऐसे क्षण के साक्षी बन रहे हैं, जो भारत की आत्मा से गहराई से जुड़ा एक भावनात्मक उत्सव है।
यह पहल भारत सरकार द्वारा दिनांक 7 नवंबर, 2025 से 7 नवंबर, 2026 तक आयोजित किए जा रहे राष्ट्रव्यापी समारोहों का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, गौरव और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना है। राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, एसजेवीएन लिमिटेड इस महत्वपूर्ण अवसर पर राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देने के लिए वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन करेगा।
राजीव गांधी महाविद्यालय में एनएसएस स्वयंसेवकों का चयन शिविर सम्पन्न
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, कोटशेरा में एक दिवसीय हिमाचल प्रदेश राज्य स्तरीय एनएसएस प्री-आरडी चयन शिविर का आयोजन किया गया, इस शिविर में प्रदेश के 45 महाविद्यालयों से आए 132 एनएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इस शिविर का उद्देश्य गणतंत्र दिवस परेड 2026 के लिए हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधि स्वयंसेवकों का चयन करना था। इस चयन के माध्यम से कुल 24 स्वयंसेवक (12 लड़के और 12 लड़कियाँ) चुने जाएंगे। इन प्रतिभागियों का मूल्यांकन परेड, शारीरिक दक्षता, दौड़, सांस्कृतिक प्रस्तुति और साक्षात्कार के आधार पर किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जय भगवान, क्षेत्रीय निदेशक, एनएसएस, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार रहे। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र सेवा के प्रति प्रेरित किया और एनएसएस के माध्यम से व्यक्तित्व विकास पर जोर दिया।
इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान ने की और उन्होंने एनएसएस की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मंच युवाओं को सामाजिक उत्तरदायित्व, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करता है।
विशिष्ट अतिथियों में शामिल थे:
डॉ. सरोज भारद्वाज – राज्य समन्वय अधिकारी, एनएसएस, हिमाचल प्रदेश, प्रवीण ठाकुर – युवा अधिकारी, एनएसएस क्षेत्रीय निदेशालय, चंडीगढ़, डॉ. विनय शर्मा – एनएसएस समन्वयक, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, ललित – यंग प्रोफेशनल, एनएसएस क्षेत्रीय निदेशालय, चंडीगढ़, मोती लाल – अनुभाग अधिकारी, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, चयन प्रक्रिया में निर्णायक मंडल के रूप में डॉ. सुरेन्द्र शर्मा, डॉ. निशा, डॉ. सरोज भारद्वाज और डॉ. विनय शर्मा उपस्थित रहे।
इस आयोजन का नेतृत्व महाविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. स्नेह और डॉ. जितेन्द्र वर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि यह शिविर युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्रीय भावना को प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है। यह चयनित स्वयंसेवक अब आगामी राष्ट्रीय स्तर के गणतंत्र दिवस परेड प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे।
हिमाचल को PMGSY के चौथे चरण में 2271 करोड़ की मंजूरी
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता केंद्र सरकार का धन्यवाद नहीं करते, लेकिन अक्सर यह दावा करते हैं कि केंद्र से मिलने वाला पैसा उनका हक़ है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार से धनराशि नहीं आती, तो हिमाचल प्रदेश में विकास की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी। उनका कहना है कि वर्तमान में राज्य की प्रगति में केंद्र सरकार का योगदान अहम है।
इस दौरान सुरेश कश्यप ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के चौथे चरण के लिए हिमाचल को 2271 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है। इसके तहत राज्य में 1438 किलोमीटर लंबी 294 नई और पुरानी सड़कों पर काम किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा का आभार व्यक्त किया। इस परियोजना के तहत 250 से अधिक आबादी वाले गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा जाएगा।
जिलावार मंजूरी इस प्रकार है:
शिमला: 97 सड़कें, 474 किलोमीटर, 669 करोड़ रुपये
कुल्लू: 65 सड़कें, 406 किलोमीटर, 564 करोड़ रुपये
चंबा: 65 सड़कें, 228 किलोमीटर, 554 करोड़ रुपये
बिलासपुर: 4 सड़कें, 19 किलोमीटर, 30 करोड़ रुपये
हमीरपुर: 2 सड़कें, 7 किलोमीटर, 10 करोड़ रुपये
कांगड़ा: 12 सड़कें, 23 किलोमीटर, 47 करोड़ रुपये
किन्नौर: 8 सड़कें, 64 किलोमीटर, 96 करोड़ रुपये
लाहौल-स्पीति: 2 सड़कें, 30 किलोमीटर, 64 करोड़ रुपये
मंडी: 23 सड़कें, 115 किलोमीटर, 130 करोड़ रुपये
सिरमौर: 11 सड़कें, 59 किलोमीटर, 86 करोड़ रुपये
ऊना: 2 सड़कें, 5 किलोमीटर, 9 करोड़ रुपये
कुल मिलाकर 294 सड़कें और 1438 किलोमीटर का कार्य योजना में शामिल है। इनमें से कुछ सड़कें नई होंगी और कुछ पुरानी सड़कें अपग्रेड की जाएंगी।
संजौली में हिमाचल विश्वविद्यालय युवा महोत्सव के दूसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
संजौली। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, गवर्नमेंट कॉलेज संजौली में 4 नवंबर से शुरू हुए चार दिवसीय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय युवा महोत्सव (समूह 2 – संगीत) के दूसरे दिन (5 नवंबर) सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। शास्त्रीय गायन और वादन प्रतियोगिताओं के शानदार आगाज के बाद महोत्सव में सुगम संगीत और लोक गीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ऑल इंडिया रेडियो के वरिष्ठ उद्घोषक डॉ. हुकुम शर्मा उपस्थित रहे। राज्य भर से आए युवा कलाकारों ने मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस सुगम संगीत प्रतियोगिता में 29 कॉलेजों के प्रतिभागियों ने भाग लिया, जबकि लोक गीत प्रतियोगिता में 40 टीमों ने अपनी प्रस्तुति दी, जिससे हिमाचल के विभिन्न हिस्सों की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली और 7 नवंबर तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्देश्य राज्य भर के छात्रों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और एक यादगार अनुभव बनाने का अवसर प्रदान करना है। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए कॉलेज के कर्मचारियों और छात्रों ने व्यापक व्यवस्थाएँ की हैं।
भाजपा नेताओं ने गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व पर शीश नवाया
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
बद्दी। भाजपा प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और संगठन महामंत्री सिद्धार्थन ने गुरुद्वारा गुलरवाला बद्दी में गुरुनानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व के अवसर पर शीश नवाया, इस दौरान सभी नेताओं ने प्रदेशवासियों को पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। भाजपा नेताओं ने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने समानता, सेवा और ईश्वर की एकता का संदेश दिया। उन्होंने सभी स्त्री-पुरुष को समान बताया और अंधविश्वास एवं पाखंड के विरोध की शिक्षा दी और नेताओं ने कहा कि गुरु नानक देव ने निस्वार्थ सेवा को महत्व देते हुए लंगर की परंपरा की शुरुआत की, जो आज भी जारी है।
इस दौरान गुरु नानक देव का जन्म वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब राज्य में राबी नदी के तट पर तलबड़ी गांव में हुआ था। हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा पर उनके जन्मदिवस का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 5 नवंबर को मनाया गया, भाजपा नेताओं ने कहा कि गुरु नानक ने धार्मिक कट्टरता के वातावरण में धर्म को उदारता और समानता की नई परिभाषा दी और लोगों को सत्य, प्रेम और सेवा का पाठ पढ़ाया गया।
शूलिनी विश्वविद्यालय में एआई और विधि पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
सोलन। शूलिनी विश्वविद्यालय के विधि विज्ञान संकाय ने “कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में विधि के मौलिक परिप्रेक्ष्य” विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया, जिसमें भारत भर के शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, कानूनी विशेषज्ञों और छात्रों ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन का उद्घाटन कुलाधिपति प्रो. प्रेम कुमार खोसला ने किया। उन्होंने शासन और न्याय में एआई से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए नैतिक और कानूनी ढाँचे स्थापित करने के महत्व पर प्रकाश डाला और विधि एवं प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के प्रयासों की सराहना की गई।
इस सम्मेलन के संयोजक प्रो. (डॉ.) नंदन शर्मा और डॉ. रेनू पाल सूद ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य यह समझना है कि कैसे एआई पारंपरिक कानूनी सिद्धांतों और जवाबदेही की प्रणालियों को नया रूप दे रहा है। इस सम्मेलन का समन्वय केईएस जेपी लॉ कॉलेज, मुंबई की छात्र टीम और बहु विषयक लॉ फर्म आध्या लीगल, नई दिल्ली ने किया, इस सम्मेलन में चार तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें एआई और आपराधिक न्याय, एआई का कानूनी व्यक्तित्व, बौद्धिक संपदा अधिकार, डेटा गोपनीयता, साइबर सुरक्षा और मानवाधिकार जैसे विषयों पर 50 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। सत्रों की अध्यक्षता और सह-अध्यक्षता में प्रोफेसर विरल दवे, प्रोफेसर संजय सिंधु, प्रोफेसर रूना मेहता, प्रोफेसर तारिक मोहम्मद, डॉ. गीतिका सूद, डॉ. साशा चौहान, डॉ. बिंदु सांगरा और डॉ. नमिता राणा शामिल रहे।
इस दौरान सम्मेलन के समापन सत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए और सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार यूनाइटेड यूनिवर्सिटी, प्रयागराज के असीम श्रीवास्तव और जयलक्ष्मी शुक्ला को मिला, जबकि सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति पुरस्कार क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, दिल्ली एनसीआर के शिवम यादव को प्रदान किया गया और सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र दिए गए और चयनित शोधपत्रों को आईएसबीएन पंजीकरण के साथ एक संपादित संस्करण में प्रकाशित किया जाएगा।समापन भाषण में प्रो. नंदन शर्मा ने सभी संकाय सदस्यों, छात्र समन्वयकों और विशेष रूप से डॉ. विरल दवे को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और महावीर मांडोत व प्रिया कश्यप के समर्पित प्रयासों की सराहना की गई।
हिमाचल में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार गिरावट, सरकार के प्रयास रंग ला रहे
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की सड़क सुरक्षा सुधार योजनाओं का असर अब साफ नजर आने लगा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हिमाचल में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार घट रही है। इस वर्ष 2023 में प्रदेश में कुल 2,253 दुर्घटनाओं की घटनाएं दर्ज की गई थीं, यह संख्या 2024 में घटकर 2,147 रह गई और वर्ष 2025 में अब तक केवल 1,457 दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह कमी बेहतर निगरानी तंत्र, सक्रिय नीतियों और व्यापक जन जागरूकता अभियानों का नतीजा है।
इस दौरान सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि यह उपलब्धि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि वर्ष 2023 और 2025 में हिमाचल प्रदेश को भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद सरकार ने सड़क सुरक्षा उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया, जिससे अनगिनत जीवन सुरक्षित रहे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं, प्रवक्ता ने कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल दुर्घटनाओं की संख्या घटाना ही नहीं है, बल्कि प्रदेशवासियों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पंचायत भवन का लोकार्पण और स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
जुब्बल। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर अपने गृह क्षेत्र जुब्बल के दौरे पर रहे, उन्होंने उप तहसील सरस्वती नगर के अंटी में 26 लाख रुपये की लागत से निर्मित पंचायत भवन का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय जनता को पंचायत भवन के निर्माण पर बधाई दी और इसे पंचायत कार्यों में सहूलियत और जनता को लाभ पहुँचाने वाला बताया गया। इसके अलावा मंत्री ने पंन्द्रानु में निर्माणाधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, इस केंद्र का निर्माण 1.70 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जुब्बल नावर कोटखाई में वर्तमान में 10 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र निर्माणाधीन हैं, जिनकी योजना पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हुई थी।
इस दौरान मंत्री ने पब्बर वैली यूथ क्लब द्वारा आयोजित पंचायत स्तरीय वॉलीबाल प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के खेल आयोजन युवाओं को स्वस्थ रखते हैं और उन्हें नशे तथा अन्य असामाजिक गतिविधियों से दूर रखते हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार की खेल प्रोत्साहन योजनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक, पैरालंपिक, एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि में वृद्धि की गई है। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा, निदेशक हिमफेड भीम सिंह झौटा, पूर्व जिला परिषद सदस्य मोतिलाल सिथटा, स्थानीय प्रधान, बीडीओ जुब्बल करण सिंह, नायब तहसीलदार सरस्वती नगर दिनेश शर्मा और अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
अनिरुद्ध सिंह ने चैड़ी में 3.40 करोड़ के विकास कार्यों का उद्घाटन
आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह राणा ने कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत चैड़ी में लगभग 3.40 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने 85 लाख रुपए की लागत से निर्मित लगभग 3 किलोमीटर लंबी चैड़ी-निहारी संपर्क सड़क का उद्घाटन किया और हिमाचल पथ परिवहन की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और साथ ही उन्होंने सामुदायिक संसाधन केंद्र और अन्य विकास कार्यों की भी जानकारी दी गई। मंत्री ने कहा कि कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र का विकास उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि सामुदायिक संसाधन केंद्र के भवन निर्माण पर 5 लाख रुपए, चैड़ी-निहारी संपर्क सड़क पर 84.80 लाख रुपए, अणु के आयुर्वेदिक औषधालय के भवन निर्माण पर 98.47 लाख रुपए, भराड़ी से गांव कुफ़र तक सड़क निर्माण पर 67 लाख रुपए और क्यरकोटी से अणु गांव तक सड़क निर्माण पर 85 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
इस दौरान अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हर गांव को सड़क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 230 सड़कों की एफआरए क्लीयरेंस और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। अब तक 90 सड़कों की औपचारिकताएं पूर्ण हो चुकी हैं और अधिकांश सड़क निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जबकि कुछ का निर्माण कार्य अभी जारी है, उन्होंने यह भी बताया कि चैड़ी से निहारी तक सड़क को बड़फर तक बढ़ाया जाएगा और शीघ्र ही इसे पक्का किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मंत्री ने घोषणा की है कि क्यारकोटी स्कूल के नए भवन निर्माण पर 4.82 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, वहीं प्राथमिक पाठशाला चैड़ी के भवन निर्माण पर 50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। रूग और चैड़ी में पेयजल भंडारण टैंक बनाए जाएंगे तथा बल्देहा के जोटलू में युवाओं के लिए एक बड़ा खेल मैदान विकसित किया जाएगा। अनिरुद्ध सिंह ने ग्राम पंचायत चैड़ी के भवन की मरम्मत के लिए 5 लाख रुपए, सामुदायिक केंद्र निर्माण के लिए 1.14 करोड़ रुपए, और युवक मंडल चैड़ी की गतिविधियों के लिए 50 हजार रुपए की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की और साथ ही निहारी में सामुदायिक भवन और डंगे की मरम्मत के लिए 1.5 लाख रुपए जारी करने और शिमला से चैड़ी-क्यारकोटी के लिए बस सुविधा की भी घोषणा की गयी।
इस अवसर पर अध्यक्ष पंचायत समिति मशोबरा चंद्रकांता ठाकुर, उपाध्यक्ष विक्रम ठाकुर, नगर निगम शिमला पार्षद विशाखा मोदी एवं नरेंद्र ठाकुर, खंड विकास अधिकारी मशोबरा अंकित कोटिया, मंडल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, ग्राम पंचायत के प्रधान एवं उप-प्रधान, विभिन्न विभागों के अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। मंत्री के इस दौरे का उद्देश्य क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, पेयजल और सामुदायिक विकास कार्यों को गति देना और जनता से सीधे संवाद स्थापित करना बताया गया।

















