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आधुनिक तकनीक से बनेंगे हिमाचल में टनल और ब्रिज, जल्द होगी सड़कों की मरम्मत : हर्ष

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला ‌ । भाजपा के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की इस अवसर पर हर्ष महाजन ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी के बारे में विस्तृत चर्चा की। हर्ष महाजन ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है जिसको लेकर धरातल पर काम करना बहुत आवश्यक है,केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा सांसद को आश्वासन देते हुए कहा की हिमाचल प्रदेश में टनल एवं ब्रिजो को लेकर गंभीर रूप से काम होगा। ज्यादा से ज्यादा टनल और ब्रिजों का प्रयोग कर हिमाचल प्रदेश को राहत पहुंचाई जाएगी, मंडी जिला के पंडोह में भी एक टनल प्रस्तावित एवं स्वीकृत की गई है जिस को लेकर जल्द ही काम शुरू होगा।

 

 

केंद्र मंत्री ने बताया कि आईआईटी रुड़की एवं अन्य संस्थाओं को हिमाचल प्रदेश के लिए कंसल्टेंट नियुक्त कर दिया गया है, जो हिमाचल प्रदेश में इन टनल एवं ब्रिजों को लेकर डिजाइन एवं री डिजाइन का कार्य करेंगे। आने वाले समय में एनएहएआई की कार्यप्रणाली में बड़ा बदलाव आएगा और आधुनिक तकनीक को अपनाते हुए हिमाचल प्रदेश में सड़कों की दृष्टि से सुदृढ़ काम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश में सड़कों को जितना भी नुकसान हुआ है उसको तुरंत प्रभाव से ठीक किया जाएगा।

 

 

राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्र मंत्री अमित शाह का धन्यवाद भी किया कि जिस प्रकार से उन्होंने हिमाचल प्रदेश को आपदा की दृष्टि से पैसा भेजा है उससे हिमाचल प्रदेश को बड़ा लाभ हो रहा है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति ने वर्ष 2023 के लिए बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए हिमाचल प्रदेश को 2006.40 करोड़ रुपये के परिव्यय को पहले ही मंजूरी दे दी है। सात जुलाई, 2025 को 451.44 करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी कर दी है। हम राज्य सरकार से निवेदन करते हैं कि जो भी पैसा केंद्र से आ रहा है उसका सदुपयोग किया जाए, आया पैसा उचित स्थान एवं उचित व्यक्ति पर खर्च होना चाहिए।

प्रोफ़ेसर अतुल खोसला को शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया की शीर्ष 200 आवाज़ों में शामिल किया गया

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 
सोलन।  वैश्विक मान्यता के एक क्षण में, शूलिनी विश्वविद्यालय के संस्थापक, अध्यक्ष और कुलपति प्रोफ़ेसर अतुल खोसला को लिंक्डइन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया की शीर्ष 200 आवाज़ों में सूचीबद्ध किया गया है। यह प्रतिष्ठित मान्यता दुनिया भर में शिक्षा के भविष्य को आकार देने वाले प्रभावशाली विचारकों का सम्मान करती है।
शूलिनी विश्वविद्यालय के निर्माण में मदद करने के लिए सोलन आने के 15 साल और लिंक्डइन पर विचार नेतृत्व के एक दशक को चिह्नित करते हुए, प्रोफ़ेसर खोसला ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया की शीर्ष 200 आवाज़ों में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात है। प्रोफ़ेसर खोसला ने कहा, “जब मैं शूलिनी के निर्माण में मदद करने के लिए सोलन आया था, तब से इस सबसे रोमांचक क्षेत्र में 15 साल हो गए हैं, और लिंक्डइन पर लिखना शुरू किए 10 साल हो गए हैं।
भारतीय उच्च शिक्षा के भविष्य के लिए अपनी भविष्यवाणियों को साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वैश्विक विश्वविद्यालयों द्वारा भारत में परिसर स्थापित करने की एक लहर आएगी, जो भारतीय शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र को मौलिक रूप से प्रभावित करेगी। उन्होंने इस परिवर्तन को उच्च शिक्षा में भारत का मारुति सुजुकी क्षण बताया, तथा सुझाव दिया कि जहां कुछ संस्थान संघर्ष कर सकते हैं, वहीं अन्य वैश्विक अग्रणी के रूप में विकसित होंगे।
उन्होंने कहा कि वे एक महत्वपूर्ण बदलाव की भविष्यवाणी कर सकते हैं जहाँ भारतीय छात्र भारत में अध्ययन करना अधिक पसंद करेंगे और विदेशी छात्र भारतीय विश्वविद्यालयों को चुनना शुरू करेंगे, जिससे लंबे समय से चले आ रहे रुझान उलट जाएँगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में कई निजी और यहाँ तक कि सरकारी विश्वविद्यालय भी आईआईटी और आईआईएम के प्रभुत्व को चुनौती देंगे। भारतीय संस्थान विश्व स्तर पर शीर्ष 100 में जगह बनाने के लिए तैयार हैं, जिससे विश्व मंच पर भारत की शैक्षणिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कुलपति ने कहा कि कंप्यूटर विज्ञान और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के प्रति रुझान कम होंगे। इसके बजाय, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, बायोटेक्नोलॉजी और बिज़नेस के कार्यक्रम छात्रों की रुचि पर हावी होंगे।
उन्होंने कहा कि जहाँ ऑनलाइन डिग्रियों को सामाजिक स्वीकृति मिलेगी, खासकर कुलीन वर्ग के छात्रों के बीच, वहीं व्यापक आबादी कैंपस-आधारित कॉलेज के अनुभव को महत्व देती रहेगी।

भविष्य के शिक्षक: शूलिनी विश्वविद्यालय  में भविष्य के लिए तैयार कौशल से संकाय को  किया सशक्त

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 
सोलन । शूलिनी विश्वविद्यालय में “भविष्य के शिक्षक” शीर्षक से पाँच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (FDP) का आयोजन किया गया, जिसमें 150 संकाय सदस्यों को आधुनिक शिक्षण उपकरणों और विचारों के साथ सीखने और आगे बढ़ने  का मौका मिला।
शूलिनी विश्वविद्यालय के मुख्य शिक्षण अधिकारी डॉ. आशु खोसला के नेतृत्व में आयोजित, FDP ने कक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग, परिणामों पर अधिक केंद्रित शिक्षण, अंतःविषय सोच को प्रोत्साहित करने और उद्योग के साथ मजबूत संबंध बनाने जैसे प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया।
FDP के पहले दिन शिक्षकों को अपने वर्तमान तरीकों पर विचार करने में मदद करने के लिए स्व-शिक्षण गतिविधियाँ शामिल थीं। दूसरे दिन, JETRI टीम के शोमक घोषाल ने शिक्षकों की बेहतर मानसिकता विकसित करने और अधिक आकर्षक कक्षाएँ बनाने के तरीके पर सत्रों का नेतृत्व किया। इन संवादात्मक सत्रों के दौरान संकाय सदस्यों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए।
तीसरे दिन छात्रों के लिए स्पष्ट रूप से सीखने के लक्ष्य निर्धारित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
डीन अकादमिक प्रो. (डॉ.) नरिंदर वर्मा और डॉ. इंदु रिहानी ने बेहतर पाठ योजनाएँ और उद्देश्य विकसित करने में संकाय का मार्गदर्शन किया। डॉ. आशू खोसला ने एक सत्र का भी संचालन किया जिसमें बताया गया कि शिक्षक कैसे रोमांचक वैकल्पिक विषय तैयार कर सकते हैं जो शिक्षण और अधिगम दोनों में आनंद को बढ़ावा दें।
एफडीपी का एक प्रमुख आकर्षण “एआई इन क्लासेस” शीर्षक सत्र था, जिसका संचालन इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के एसोसिएट डीन डॉ. चंदन चौधरी ने किया। उन्होंने बताया कि शिक्षण में एआई का उपयोग कैसे किया जा सकता है ताकि सीखना अधिक रोचक और प्रभावी हो सके। उन्होंने एक प्रभावशाली विचार साझा किया: “एआई मनुष्यों की जगह नहीं लेगा, लेकिन जो मनुष्य एआई का उपयोग करते हैं, वे उन लोगों की जगह लेंगे जो इसका उपयोग नहीं करते।
अंतिम दिन उद्योग जगत की अग्रणी  बिंदु अजीत (बायोकॉन अकादमी), अपूर्व अग्रवाल (टीसीएस बीएफएसआई), और रजित सिक्का (टीसीएस एकेडमिक अलायंस) के साथ एक प्रेरक पैनल चर्चा हुई। उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे कॉलेज कंपनियों के साथ मिलकर काम करके, इंटर्नशिप प्रदान करके और व्यावहारिक कौशल पर ध्यान केंद्रित करके छात्रों को वास्तविक दुनिया के लिए बेहतर ढंग से तैयार कर सकते हैं।
एफडीपी के बारे में बोलते हुए, डॉ. आशू खोसला ने कहा, “हम अपने शिक्षकों को नए तरीकों से सोचने, आधुनिक उपकरणों को अपनाने और आज के छात्रों की ज़रूरतों से अधिक जुड़ने में मदद करना चाहते थे। मुझे इस बात पर गर्व है कि हमारे संकाय ने कितनी सक्रियता से भाग लिया। मेरा मानना है कि इस एफडीपी के दौरान साझा किए गए विचार शूलिनी में हमारे शिक्षण के तरीके में वास्तविक बदलाव लाएंगे।”

प्रभावित खुद से मशीन लगवाकर, लोगों से मदद मांग कर खुलवा रहे हैं सड़क -विनोद कुमार

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

नाचन मंडी । भाजपा विधायक एवं भाजपा प्रदेश सचिव विनोद कुमार ने कहा कि प्रदेश आपदा के कठिन दौर से गुजर रहा है। बहुत जगहों पर तबाही मची हुई है। जन सुविधा पूरी तरीके से बहाल नहीं हुई हैं। ऐसे में लोक निर्माण मंत्री कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। आपदा प्रभावित लोग उनकी रात देख रहे हैं। ज्यादा तो सड़के अभी भी पूरी तरीके से खुली नहीं है। ज्यादातर सड़कें बंद है। प्रदेश के लोग जानना चाहते हैं कि आखिर वह कहां हैं? जिस समय आपदा राहत के कार्यों को गति देने के लिए उन्हें हमारे साथ खड़ा होना चाहिए था उस
समय वह नजर नहीं आ रहे हैं।

विनोद कुमार ने कहा कि जिस गति से सड़कों की बहाली का काम होना चाहिए था वैसा कुछ नहीं हो रहा है। बहुत जगहों पर सड़कें खोलने के लिए लोगों ने मजबूर होकर अपने संसाधनों से मशीनें लगवाई हैं। क्योंकि अभी तक लोक निर्माण विभाग वहां तक पहुंचा नहीं है। ज्यादातर ग्रामीण और लिंक रोड बंद होने की वजह से लोग सामान्य आवाजाही तो दूर, जरूरत पड़ने पर अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं और उन तक राहत सामग्री पहुंचाने में भी बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। आपदा प्रभावित ज्यादातर इलाका कृषि बागवानी और फूलों की खेती से जुड़ा है। ज्यादातर उत्पाद जल्दी खराब हो जाते हैं और उन्हें समय से बाजार पहुंचाना होता है। सड़कें खराब होने की वजह से आपदा से जो फसलें बच गई हैं वह भी बाजार नहीं पहुंच पा रही हैं। जब आपदाग्रस्त प्रदेश को माननीय मंत्री की सर्वाधिक आवश्यकता है तो माननीय मंत्री जी कहीं नजर ही नहीं आ रहे हैं।

आम आदमी पार्टी ने प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

सिरमौर । देवभूमि हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों भारी बारिश से भयंकर नुकसान हुआ है। जिसमें हमारे अपनों को जान-माल की हानि हुई है। ‘आप’ हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा राहत टीम ने आज प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। आम आदमी पार्टी द्वारा गठित टीम ने प्रभावितों को हर संभव मदद करने का प्रयास किया।

 

 

आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार और राज्य सरकार से प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र को जल्द से जल्द पुनः बसाने के लिए 1 हजार करोड़ के विशेष राहत पैकेज की मांग की है।

 

आम आदमी पार्टी ने कहा कि विशेष राहत पैकेज से स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं का जो भी नुकसान हुआ है उसको अतिशीघ्र सही करने के लिए सरकार कदम उठाए। तांकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो और लोगों की बीमारी का भी इलाज अतिशीघ्र करने की कोशिश को पूरा किया जाए। इस दुख की घड़ी में आम आदमी पार्टी पीड़ित लोगों के साथ खड़ी है। आप टीम राशन वितरण और जरूरतमंद वस्तुएं प्रभावित लोगों की मदद की। जिन लोगों के घरों का नुकसान हुआ है सरकार से आप अपील है कि उनको जल्दी से जल्दी मुआवजा राशि उनके खाते में डाली जाए।

 

आम आदमी पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों सरकार इस आपदा में भी कोई विशेष कदम नहीं उठा रही है। सरकारों ने आपदा प्रभावित लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।

 

मृतकों के लिए अभी तक किसी मुवावजे की घोषणा नहीं होना ये दर्शाता है कि सरकारें कितनी असंवेदनशील हो चुकी है।

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए यह कहा कि दोनों पार्टियों सिर्फ दिखावे के लिए आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रही है। दोनों पार्टियों का मकसद सिर्फ फोटो खिंचवाना है ना कि लोगों की सेवा करना।

 

आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मांग करती है कि वह मृतकों के परिवार के लिए एक करोड रुपए के सहायता राशि का ऐलान करें। और जो लोग अभी भी लापता है उनके लिए जल्द से जल्द ढूढ़ने का प्रयास करे।

पर्यटन विकास निगम के होटलों को बेच कर ही मानेंगे सीएम : संदीपनी

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल पर्यटन बोर्ड के होटलो को बेचकर ही दम लेंगे मुख्यमंत्री। उन्होंने कहा कि हम प्रथम दिन से बोल रहे हैं कि हिमाचल प्रदेश बिक्री के कगार पर है, मतलब हिमाचल ऑन सेल का काम जोर-शोर से चल रहा है।

 

राज्य पर्यटन बोर्ड के होटल को अगर देखे तो पहले 18 बिक रहे थे फिर 14 और अब लेटेस्ट फिगर 6 की आई है। इस सरकार के प्रतिनिधियों की मंशा साफ हो जाती है कि वह हिमाचल प्रदेश के होटलो को निजी हाथों में देकर ही दम लेंगे क्योंकि शायद उनका विजन ही यह है। पहले बाहर से आने वाले मालदार लोगों को ढूंढो और उनको हिमाचल प्रदेश की संपत्ति बेच डालो। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) कर्मचारी संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की और संघ की विभिन्न मांगों से उन्हें अवगत करवाया।

 

 

एसोसिएशन ने निगम के होटलों को निजी क्षेत्र में देने का विरोध किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि एचपीटीडीसी के छह होटल जैसे एप्पल ब्लॉज़्म फागू, लेक व्यू बिलासपुर, होटल चांशल रोहडू, होटल रोस कॉमन कसौली, होटल सरवरी कुल्लू और होटल ममलेश्वर चिंडी का संचालन एचपीटीडीसी द्वारा ही किया जाएगा।

 

सेब के पेड़ बच सकते थे पर सरकार की नाकामी से नहीं बचे : संदीपनी

संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो सब के पेड़ों का कटान हो रहा है वह बच सकते थे पर सरकार का ऐसा कोई ऐसा प्लान ही नहीं था कि उनको बचना चाहिए। अगर यह पेड़ खड़े रहते तो शायद उसको कोई हिमाचल प्रदेश का उपक्रम एक आए के साधन बनाने में कामयाब होता और उसे उपक्रम की आय बढती। पर हिमाचल सरकार ने तो एक श्वेत पत्र ही दे दिया कि हम इन पेड़ों की देखभाल नहीं कर सकते, इसलिए यह फलदार पेड़ काटे जा रहे हैं और अब मुख्यमंत्री जनता के आगे ढोंग रचने का प्रयास कर रही है कि वह तो इन पेड़ों को बचाने के हक में थे पर ऐसा कुछ नहीं था, सच्चाई साफ है जो दुनिया को दिख रही है।

शिक्षा मंत्री ने डकैड़ में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशनल मैनेजमेंट एंड ट्रेनिंग का किया शिलान्यास

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला । शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जुब्बल की ग्राम पंचायत पराली के डकैड़ में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशनल मैनेजमेंट एंड ट्रेनिंग (SIEMAT), जुब्बल का शिलान्यास किया।
गौरतलब है कि यह संस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण परियोजना है। 17 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत से बनने वाला यह स्वायत्त संस्थान शैक्षिक नियोजन, प्रबंधन, अनुसंधान, प्रशिक्षण और मूल्यांकन को बढ़ावा देने में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह संस्थान प्रदेश में शैक्षिक नीतियों में सुधार, प्रबंधन कौशल के विकास, अनुसंधान को बढ़ावा देने, क्षमता निर्माण और मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि हिमाचल सरकार प्रदेश में गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है और उक्त संस्थान इसी दिशा में उठाया गया एक प्रभावी कदम है। उन्होंने बताया कि इस संस्थान में 200 प्रशिक्षु प्रशिक्षण लेंगे। इसके निर्माण का टेंडर आबटित कर लिया गया है और कार्य शीघ्र आरम्भ कर लिया जायेगा। इसके अतिरिक्त, शिक्षा को सर्व सुलभ और गुणवत्तायुक्त बनाने की दिशा में सरकार ने कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए है जिसके तहत विभिन्न श्रेणीयों के शिक्षक और गैर शिक्षक वर्ग के हज़ारों पदों को भरा गया है और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है।
साथ ही अन्य देशों की शिक्षा प्रणाली को समझने और उससे सीखने की दिशा में हिमाचल के मेधावी विद्यार्थियों को सिंगापुर और कम्बोडिया जैसे देशों में भेजा गया। उन्होंने बताया कि हाल ही में वह लेह और लद्दाख की यात्रा पर भी गए थे जहाँ पर उन्हें प्रसिद्ध पर्यावरणविद और शिक्षाविद सोनम वांगचुक से मिलने का अवसर भी प्राप्त हुआ।

शिक्षा मंत्री रामपुरी जातर मेला में बतौर मुख्यातिथि हुए शामिल

रोहित ठाकुर ने तहसील जुब्बल के डक़ैड़ गाँव में देवता साहिब शाडी बनाड़ महाराज जी के मंदिर में शीश नवाया व पूजा अर्चना में शामिल होकर देवता साहिब का आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात् परंपरागत “रामपुरी जातर” के लिए देवता साहिब की पालकी के प्रस्थान कार्यक्रम में शामिल हुए। रोहित ठाकुर ने जुब्बल के ऐतिहासिक तीन दिवसीय ज़िला “रामपुरी जातर” के अंतिम दिन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
रामपुरी पहुँचने पर स्थानीय लोगों व मेला आयोजन कर्ताओं द्वारा पारंपरिक वाद्य यंत्र व सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा माननीय शिक्षा मंत्री का स्वागत किया गया।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मेला कमेटी रामपुरी के सभी आयोजनकर्ताओं को मेले के सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई दी।
इस अवसर पर रोहित ठाकुर ने बताया कि हमारा क्षेत्र सांस्कृतिक रूप से विश्व भर में अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है और यहाँ स्थानीय लोग अपने देवी-देवताओं में अटूट श्रद्धा और विश्वास रखते है तथा समय-समय पर इन देवताओं के मेले और त्यौहार आयोजित किये जाते हैं।ऐतिहासिक ज़िला स्तरीय रामपुरी मेला जुब्बल क्षेत्र के आराध्य देवता शाड़ी बनाड़ के सम्मान में प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है जहाँ पर स्थानीय और साथ लगते गाँव के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं और देवता का आशीर्वाद लेते हैं।साथ ही यहाँ पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जाते हैं।
रोहित ठाकुर ने बताया कि मेले और त्यौहार हमारी संस्कृति का एक अभिन्न अंग है और हम सभी को अपनी भाषा, बोली और गीत संगीत को अपनाना चाहिए जिससे हमारी महान संस्कृति सुरक्षित और संरक्षित रह सके। संस्कृति को बढ़ावा देने की दृष्टि से रामपुरी मेला, राथल मेला, महासू मेला शवाल मेला को ज़िला स्तरीय मेला घोषित किया गया है।
रोहित ठाकुर ने मेले में भाग लेने पर प्रसन्नता जताते हुए बताया कि आज इस अवसर में भाग लेने पर और देवता शाड़ी बनाड़ का आशीर्वाद लेने पर वह अपने आप को भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने मेला आयोजनकर्ताओं को 50000 रुपये देने की घोषणा की।

जुब्बल में हो रहा चहूंमुखी विकास

शिक्षा मंत्री ने बताया कि जुब्बल उनका गृह क्षेत्र है और पूरे जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र की तरह ही यहाँ पर भी अभूतपूर्व और चहूंमुखी विकास सुनिश्चित हुआ है जिसके अंतर्गत विभिन्न सड़कों एवं भवनो का निर्माण हुआ है। आईटीआई जुब्बल में 11 करोड़ रूपये से निर्माणाधीन शहरी आजीविका केंद्र के भवन का निर्माण शीघ्र ही पूरा हो जायेगा। रामपुरी मेला ग्राउंड तक सड़क को 20 लाख रूपये व्यय करके पक्का किया गया है। साथ ही 7 लाख रूपये की लागत से सलावकरा सड़क का कार्य प्रगति पर है और 5 लाख 50 हज़ार रूपये से नकटाड़ा सड़क का कार्य शीघ्र आरम्भ कर लिया जायेगा।

यह रहे उपस्थित

इस अवसर पर ज़िला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश आवास एवं शहरी विकास प्राधिकरण यशवंत छाजटा, निदेशक हिमफेड भीम सिंह झौटा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष जुब्बल दीपक कालटा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जोगिंदर चौहान, मेला केमेटी के अध्यक्ष चन्दर चौहान, उपमंडल दण्डाधिकारी जुब्बल गुरमीत नेगी, बीडीओ जुब्बल एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

तीन प्रमुख सहकारी बैंकों— HPStCB, KCCB और JCCB को उनके उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन के लिए प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला । राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) के 44वें स्थापना दिवस का आयोजन  NABARD हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय, शिमला में अत्यंत गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, परिवहन, उद्योग,  आर. डी. नजीम, IAS थे। उनके साथ NABARD के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. विवेक पाठानिया, महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधकगण, हिमाचल प्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव बैंक, कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक, जोगिंद्र सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में राज्य के तीन प्रमुख सहकारी बैंकों— HPStCB, KCCB और JCCB को उनके उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन के लिए प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

 

इसके साथ ही तीन प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को भी उनके नवाचार और वित्तीय अनुशासन हेतु सम्मानित किया गया।
इस अवसर NABARD की 43 वर्षों की विकास यात्रा पर आधारित एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें संस्था की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, वित्तीय समावेशन, महिला सशक्तिकरण, कृषि सुधारों, जलवायु परियोजनाओं और ग्रामीण अवसंरचना में योगदान को दर्शाया गया। इसने NABARD के ‘ग्रामीण भारत के परिवर्तन में साझेदार’ की भूमिका को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया।

 

कार्यक्रम स्थल पर एक लघु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें NABARD समर्थित समूहों और उत्पादकों ने भाग लिया। प्रमुख उत्पादों में शामिल थे: शिमला जिले से पारंपरिक सिड्डू, सोलन जिले से ‘My Pad My Right’ परियोजना के तहत निर्मित सैनिटरी नैपकिन, मंडी जिले के सरोआ OFPO से हैंडलूम उत्पाद, और स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार हर्बल हैंडमेड साबुन। प्रदर्शनी ने NABARD द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं के जमीनी प्रभाव और महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और उद्यमिता को दर्शाया।

 

मुख्य अतिथि  आर. डी. नजीम, IAS ने NABARD के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि NABARD हिमाचल जैसे राज्य में ग्रामीण समृद्धि और वित्तीय समावेशन की रीढ़ है। इसकी परियोजनाएं न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बन चुकी हैं।

 

NABARD के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. विवेक पाठानिया ने कहा कि NABARD की 43 वर्ष की यात्रा केवल एक संस्था की प्रगति नहीं, बल्कि लाखों ग्रामीणों की आशाओं की कहानी है। हम राज्य सरकार और सहकारी संस्थानों के सहयोग से इसी तरह विकास पथ पर अग्रसर रहेंगे।
NABARD का यह 44वां स्थापना दिवस समारोह राज्य में ग्रामीण विकास और समावेशी वृद्धि के प्रति संस्था की प्रतिबद्धता को और अधिक प्रबल करता है। NABARD आने वाले वर्षों में हिमाचल प्रदेश में कृषि, ग्रामीण अवसंरचना, महिला सशक्तिकरण और सूक्ष्म उद्यमिता के क्षेत्रों में और अधिक नवाचार तथा साझेदारी के साथ कार्य करेगा।

राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय (कोटशेरा), चौड़ा मैदान ,शिमला में इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

शिमला । राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, (कोटशेरा), चौड़ा मैदान, शिमला में प्रथम वर्ष के सभी संकायों (बीए, बीएससी, बीकॉम ,बीसीए) नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए एक इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

 

महाविद्यालय में प्रथम वर्ष के सभी संकायों के नवप्रवेशित छात्रों के लिए एक संयुक्त इंडक्शन कार्यक्रम के माध्यम से प्रेरणासत्र एवं नशा उन्मूलन जागरूकता सत्र का आयोजन हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

 

हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं में प्रभावित लोगों के प्रति प्राचार्य ने गहन संवेदना व्यक्त की। सभी उपस्थितजनों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

कार्यक्रम का संचालन एवं स्वागत भाषण डॉ. मृणालिनी कश्यप एवं डॉ. जितेंद्र वर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके बाद सभी शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मियों का परिचय छात्रों से कराया गया।

अपने संबोधन में डॉ. गोपाल चौहान ने छात्रों को महाविद्यालय की शैक्षिक परंपराओं, सह-पाठ्य गतिविधियों और अनुशासन की संस्कृति से परिचित कराया। उन्होंने महान वैज्ञानिक एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को याद करते हुए कहा

अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखिए।

उन्होंने बताया कि छात्र जीवन में परिश्रम, अनुशासन और सकारात्मक सोच ही भविष्य की सफलता की नींव है। उन्होंने विद्यार्थियों को एनसीसी, एनएसएस, रेंजर्स और रोवर्स यूनिट एवं विभिन्न क्लबों में सक्रिय भागीदारी हेतु प्रोत्साहित किया।

इसके अतिरिक्त प्राचार्य डॉक्टर गोपाल चौहान ने बताया कि कोटशेरा महाविद्यालय, हिमाचल प्रदेश का एक अग्रणी एवं उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान है जहां पर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर जोर डाला जाता है|
साथ ही उन्होंने डॉ. कलाम का उल्लेख करते हुए छात्रों से कहा—
“सपना वह नहीं जो आप नींद में देखते हैं, सपना वह है जो आपको सोने नहीं देता।” इसलिए ईमानदारी से लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निरंतर परिश्रम करते रहे|

प्राचार्य ने छात्रों को नशे से दूर रहने एवं समाज में इसके विरुद्ध संदेश फैलाने का आह्वान करते हुए कहा कि नशे के अंधकार को दूर करने के लिए शिक्षा ही सबसे प्रभावशाली प्रकाश है। उन्होंने नशा उन्मूलन जागरूकता पर बल दिया ।
अंत में उन्होंने सभी छात्रों को उनके शैक्षणिक एवं व्यक्तिगत विकास के लिए शुभकामनाएं दीं और आग्रह किया कि वे न केवल अच्छे विद्यार्थी बल्कि जागरूक और अनुशासित नागरिक बनकर देशहित में योगदान दें।

 

इस कार्यक्रम में डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. पी.डी. कौशल ,अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ के संयोजक डॉक्टर राकेश शर्मा, जूलॉजी (Zoology)विभाग की अध्यक्ष डॉ.शालिनी चौहान ,बॉटनी विभाग की अध्यक्ष डॉ. अनुप्रिया शर्मा ,अधीक्षक (ग्रेड -II) अश्विनी ठाकुर तथा सभी शैक्षणिक एवं गैर -शैक्षणिक कर्मचारी मौजूद रहे|

हमीरपुर के एक प्रभावशाली सत्ताधारी नेता के दबाव में स्थगित हुआ रोजगार मेला- राजीव राणा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

हमीरपुर ।असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी), हिमाचल प्रदेश के प्रदेश चेयरमैन राजीव राणा द्वारा 18 जुलाई 2025 को भोरंज (बस्सी) में आयोजित होने जा रहा विशाल रोजगार मेला, राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है।

यह आयोजन पूरी तरह से गैर-राजनीतिक, युवाओं के भविष्य से जुड़ा और कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र तथा मुख्यमंत्री  सुखविंदर सिंह सुक्खू  के “आत्मनिर्भर युवा” दृष्टिकोण को धरातल पर उतारने की दिशा में एक सशक्त पहल थी। इसमें देश की कई प्रमुख कंपनियों द्वारा सीधी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से युवाओं को नौकरी देने की योजना थी।

स्थगन का कारण – सत्ता का दुरुपयोग और राजनीतिक कुंठा

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमीरपुर जिले के एक सत्ताधारी नेता ने व्यक्तिगत अहंकार और राजनीतिक कुंठा के चलते इस आयोजन को दबावपूर्वक रुकवाया। यह न केवल युवाओं के अधिकारों का हनन है, बल्कि कांग्रेस सरकार की नीति, दृष्टि और लोकहित की भावना का खुला अपमान भी है।

 

राजीव राणा ने तीखी प्रतिक्रिया में कहा:

रोजगार मेला न तो कोई राजनीतिक मंच था और न ही पद की चाह। यह सिर्फ युवाओं के भविष्य और उनके आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक ईमानदार कोशिश थी। लेकिन जिस प्रकार से सत्ताधारी व्यक्ति ने हस्तक्षेप कर इसे बाधित किया है, वह बेहद निंदनीय है।”

मैं इस पूरे प्रकरण की शिकायत मुख्यमंत्री  सुखविंदर सिंह सुक्खू  प्रदेश अध्यक्ष, और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से करूंगा, ताकि ऐसे स्वार्थी तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो और पार्टी की नीतियों को कमजोर करने वालों की पहचान हो सके।

 

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