बजट सत्र: सरकार पेश करेगी आज अपना पहला बजट, गांरटियों व चुनावी वादों का दिखेगा असर, कर्ज के बोझ के कारण राहतों की संभावना कम

टैक्स फ्री बजट की उम्मीद, आय बढ़ाने के लिए लगाए जा सकते हैं नए सेस  

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू 17.3.2023 को विधानसभा में पेश किये जाने वाले बजट 2023-24 को अंतिम रूप देते हुए।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू 17.3.2023 को विधानसभा में पेश किये जाने वाले बजट 2023-24 को अंतिम रूप देते हुए।

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

Ads

शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान अपनी सरकार का पहला बजट पेश करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि ये बजट धरातल की सच्चाईयों को सामने रख बनाया गया है क्योंकि बार बार नई सरकार आर्थिक बोझ का रोना रो रही है। ऐसे में लोक लुभावन या अधिक राहतों की संभावना काफी कम है। हालांकि सालों से पेश किए जा रहे टैक्स फ्री बजट की पंरपरा ये सरकार भी कायम रख सकती है। मुख्यमंत्री पहले स्पष्ट कर चुके हैं कि सरकार आर्थिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कड़े फैसले ले सकती है। ऐसे में इस बजट में कई नए सेस लगाए जा सकते हैं। पिछली सरकार ने लगभग 51 हजार करोड़ का बजट पेश किया था तो उम्मीद है कि इस सरकार का कुल बजट करीब 55 से 60 हजार करोड़ रुपये के बीच का हो सकता है।

 

कर्जे में डूबा होने के कारण सभी को राहत मिलने के आसार हालांकि कम है लेकिन बजट में अपनी गारंटियों व चुनावी वादों का एलान मुख्यमंत्री सुक्खू कर सकते हैं। इनमें महिलाओं को 1500 रुपए देने का ऐलान कर सकते हैं। इसी तरह कांग्रेस पार्टी की एक लाख नौकरी की गारंटी को लेकर भी मुख्यमंत्री आज बड़ी घोषणा कर सकते हैं। फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के दौरान 10 से 15 हजार पदों पर भर्तियों का मुख्यमंत्री ऐलान कर सकते हैं।

ये् भी पढ़ें: दो दिवसीय दौरे पर आरकेएमवी पंहुची नैक टीम, स्टूडेंट्स से लिया फीडबैक, कालेज कैंपस, लाइब्रेरी और क्लास रूम का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री ठीक 11:00 बजे वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट अनुमानों पर अपना भाषण शुरू करेंगे। इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं कि मुख्यमंत्री इस बजट में क्या खास करने वाले हैं। मुख्यमंत्री सत्ता संभालने के बाद पिछली जयराम सरकार को आर्थिक बदहाली के लिए लगातार जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। पिछली सरकार पर बेतहाशा कर्ज लेने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में इस पर भी सबकी निगाह टिकी है कि वह किस तरह से वित्तीय प्रबंधन करते हैं। पिछली सरकारों का हर साल बजट घाटे का रहता है। इस बार के बजट में कितना घाटा रहेगा, यह भी देखना होगा। विकास के लिए कितना बजट रहेगा और कर्मचारियों-पेंशनरों पर कितना खर्च होगा, इस पर भी स्थिति स्पष्ट होगी। मुख्यमंत्री लगातार व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता में आने की बात कह रहे हैं। वह इसके लिए कई कड़े फैसले लेने के अलावा कई नई योजनाओं को भी सामने ला सकते हैं।

 

आज के बजट में पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा और इलेक्ट्रिक बसों को लेकर बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। रोबोटिक सर्जरी और पहले चरण में 8 से 10 विधानसभा क्षेत्रों में डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री कर सकते हैं। डे बोर्डिंग स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम, बड़े बड़े खेल मैदान, स्विमिंग पूल जैसी मॉडर्न सुविधाएं देने की CM घोषणा कर सकते हैं। डीजल वाहनों को बदलने और इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर भी आज के बजट में CM बड़े ऐलान कर सकते हैं।

आज के बजट में कर्मचारियों व पेंशनरों को कुछ सौगात मिल सकती है, क्योंकि इनका लगभग 11 हजार करोड़ सरकार के पास पेंडिंग है। संभव है कि आज या तो नए वेतनमान का एरियर या फिर DA की एक किश्त की घोषण CM कर सकते हैं। OPS की बहाली कैबिनेट में कर दी गई है, लेकिन आज के बजट में मुख्यमंत्री ऐलान कर सकते हैं कि किस तरह OPS को रेगुलेट किया जाएगा।

सुक्खू सरकार पहले ही आय के साधन बढ़ाने के लिए डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर वैट, टोल टैक्स की नीलामी, वाटर सेस, शराब पर सेस जैसे कदम उठा चुकी है। इसलिए बजट के टैक्स फ्री होने की उम्मीद की जा रही है। इनकम सोर्स बढ़ाने के लिए गाड़ियों की रजिस्ट्री की फीस में इजाफा हो सकता है। आज के बजट में मुख्यमंत्री सुक्खू शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट डिपार्टमेंट के लिए करीब 6 नई योजनाओं का ऐलान कर सकते हैं।