मुख्यमंत्री ने वन कृषि को बढ़ावा देने के लिए भारत का पहला ई-टिंबर पोर्टल किया जारी

लकड़ी की बिक्री और खरीद में पूरी पारदर्शिता लाने के लिए किसानों को लाभ पहुँचाएगा यह पोर्टल 

लकड़ी की बिक्री और खरीद में पूरी पारदर्शिता लाने के लिए किसानों को लाभ पहुँचाएगा यह पोर्टल 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
लुधियाना/चंडीगढ़। वन कृषि के द्वारा किसानों की आमदन में वृद्धि करके उनको लाभ पहुँचाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज लुधियाना में भारत का पहला ई-टिंबर पोर्टल जारी किया।
अधिक विवरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में अपनी किस्म का यह पहला पोर्टल वन विभाग द्वारा विकसित किया गया है और यह लकड़ी की बिक्री और खरीद में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित बनाएगा, जिससे किसानों को फ़ायदा होगा। उन्होंने कहा कि पहले राज्य में लकड़ी की खऱीद-फऱोख़्त बड़े स्तर पर ग़ैर-संगठित मंडियों के द्वारा की जाती थी, जिसके कारण किसानों को इसका सही दाम नहीं मिल रहा था। भगवंत मान ने कहा कि इस कारण किसान वन कृषि से दूर हो रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन कृषि किसानों की किस्मत बदलने के लिए अहम कड़ी के तौर पर काम कर सकती है, इसलिए राज्य सरकार इसको प्रोत्साहित करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। पोर्टल की मुख्य विशेषताओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह ऑनलाइन पोर्टल किसानों के लिए लाभप्रद सिद्ध होगा, क्योंकि वह अपनी पसंद की किसी भी जगह पर ऑनलाइन विधि के द्वारा लकड़ी बेच सकते हैं। भगवंत मान ने आगे कहा कि यह पोर्टल किसानों की उपज का लाभप्रद मूल्य सुनिश्चित बनाएगा, जिससे उनको वन कृषि की तरफ प्रोत्साहित किया जा सकेगा।

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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि लकड़ी की ऑनलाइन बिक्री और खरीद से किसानों के समय, पैसे और ऊर्जा की भी बचत होगी, जिससे उनको बहुत लाभ होगा। भगवंत मान ने कहा कि यह पोर्टल किसानों को मौजूदा कृषि संकट से निकाल कर उनको आर्थिक तौर पर लाभ देगा। उन्होंने आगे कहा कि यह पोर्टल उद्योगों और किसानों के दरमियान सीधे संचार और आपसी तालमेल में भी मदद करेगा, जिससे दोनों सैक्टरों को बड़े स्तर पर फ़ायदा पहुँचेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पोर्टल किसानों के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए लकड़ी की बिक्री और खरीद में मुकम्मल पारदर्शिता को सुनिश्चित बनाने की तरफ एक और रचनात्मक कदम है। भगवंत मान ने आगे कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है जो कि किसान भाईचारे की मुश्किलों को कम करेगा और उनको अपनी आमदन बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि यह पोर्टल राज्य के किसान भाईचारे के लिए तरक्की और खुशहाली के नए रास्ते खोलेगा।