आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने रविवार को प्रसिद्ध लेखिका, कहानीकार और फिल्म निर्माता डा. देव कन्या ठाकुर की लिखित पुस्तक ‘मोहरा’ का विमोचन किया। पुस्तक हिमाचल प्रदेश में प्रचलित परम्पराओं को उजागर करने वाली दस कहानियों का एक सुंदर संग्रह है। मुख्यमंत्री ने लेखिका के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वह अपनी कहानियों के माध्यम से पहाड़ी महिलाओं के संघर्षों और मनोदशाओं को चित्रित करने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि सभी कहानियां अच्छी तरह से रचित हैं, जो भाषा, शैली और स्वर में सरल हैं। इस अवसर पर बीडीसी अध्यक्ष संगडाह मेला राम शर्मा भी अन्य सहित उपस्थित थे।
डा. देवकन्या ठाकुर का कहानी संग्रह “मोहरा” पहाड़ में प्रचलित परम्पराओं की तहें खोलता हुआ उनके भीतर की एक अलग ही दुनिया से अवगत कराता है। बाहर से बिलकुल सभ्य और अभ्युचित से दिखने वाले पहाड़ी समाज की गांठे खोलती कहानियां पाठक के भीतर एक गूंज की तरह ठहर जाती है। सभी कहानियां शिल्प भाषा शैली और तेवर की दृष्टि से मंझी हुई और सधी हुई हैं। इन कहानियों में लेखिका ने यथार्थ और कलात्मक प्रयोग को नई ऊंचाई दी है। संग्रह की कहानियां जहाँ स्त्री विमर्श पर मुखर होकर परम्पराओं और संस्कृतियों में जुड़ी पहाड़ी स्त्री के संघर्ष और मनःस्थितियों को उकेरने में सफल होती हैं वहीं अन्य महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर भी संग्रह की कहानियां अपनी बेबाक राय सिद्ध करने में कामयाब होती हैं।
प्रकाशन संसथान दिल्ली द्वारा प्रकाशित कहानी संग्रह मोहरा में कुल दस कहानियां हैं। हिमाचल के अनछुए विषयों पर डॉ देव कन्या ठाकुर ने अपनी कलम चलाई है और उनकी विषय की समझ और कहानियों की बुनावट अद्वितीय है। उनका यह कहानी संग्रह हिमाचल की कला, संस्कृति, बोली, रीति -रिवाज़ों और उनके सौंदर्य बोध का ज्ञान भी कराती है और उसकी गहन जांच-पड़ताल भी करती हैं। इस कहानी संग्रह की खास बात यह है कि इसकी प्रत्येक कहानी आपको एक अलग ही जानकारी प्रदान करती है और अंत तक अपनी रोचकता बरकरार रखती है।