उत्तर प्रदेश: डासना मंदिर के साधू पर हुआ जानलेवा हमला, मंदिर के महंत यति नरसिंहानन्द थे निशाने पर

 

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 हिन्दू महासभा ने की कार्यवाही की मांग मन्दिर की सुरक्षा पर सवाल, हो उच्चस्तरीय जांच: ऋषि त्रिवेदी

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

लखनऊ। (आरएनएस) आजकल देश में मंदिरों और साधुओ पर हमले की बात आम हो गयी है  अभी हाल में ही सुनने में आया था की राजधानी लखनऊ के प्राचीन मंदिरों में शुमार अलीगंज के हनुमान मंदिर और मनकामेश्वर मंदिर पर पत्र द्वारा हमले करने की धमकी दी गयी थी हालाँकि इसका आरोपी भी कुछ समय बाद गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन इस प्रकार के धमकी भरे पत्रों के अलावा भी कई मंदिरों के बड़े बड़े संत भी अपराधियों के निशाने पर हैं. मालूम हो कि मन्दिर परिसर में सो रहे बिहार के दरभंगा के रहने वाले नरेशानंद स्वामी पर आज सुबह तड़के लगभग साढ़े तीन बजे चाकुओं से ताबड़तोड़ हमलाकर हमलावर फरार हो गया ।
हिन्दू महासभा द्वारा गाजियाबाद के डासना देवी मन्दिर के साधु पर हुये जानलेवा हमले की कड़ी निन्दा करते हुये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल प्रभाव से हमलावर को गिरफ्तार कर कड़ी काररवाई करने की मांग की है। हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने साफ कहा कि बीते कुछ वर्षों से डासना देवी मन्दिर और वहां के महन्त यति नरसिंहानन्द अल्पसंख्यक समुदायों के निशाने पर बने हुये है हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेशा के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने साफ कहा कि हमलावरों के निशाने पर डासना देवी मन्दिर के महन्त यति नरसिंहा नन्द महाराज थे, उन्होंने बताया कि महाराज बराबर इस्लाम के खिलाफ आवाज उठाते रहे है, और इस वर्ष दिसम्बर में धर्म संसद का आयोजन कर इस्लाम के सच को सामने लाने की तैयारी कर रहे है। जिसके लिये वह पूरे देश में जनसम्पर्क अभियान भी चला रहे है।
हिन्दू महासभा के नेता एवं प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने कहा कि डासना देवी मन्दिर लगभग नब्बे फीसदी अल्पसंख्यक की आबादी के बीच है और इस समुदाय के लोग पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते रहे है, इसके बावजूद प्रदेश सरकार ने पिछली घटनाओं को गम्भीरता से नहीं लिया है। जिसका परिणाम एक बार फिर साधु पर हमले के रूप में सामने आया है इसके साथ ही मन्दिर परिसर की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को भी संदेह के घेरे में लेते हुये इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की भी मांग उठायी है।