उप मुख्यमंत्री ने की प्रदेश में बारिश-बाढ़ से जल शक्ति विभाग की योजनाओं को हुए नुकसान की समीक्षा

पूरे प्रदेश में जलशक्ति विभाग को 350 करोड़ जबकि अकेले मंडी में 125 करोड़ का नुकसान

उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में बारिश और बाढ़ के कारण जल शक्ति विभाग की विभिन्न योजनाओं को पहुंचे नुकसान की समीक्षा की।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में बारिश और बाढ़ के कारण जल शक्ति विभाग की विभिन्न योजनाओं को पहुंचे नुकसान की समीक्षा की।

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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मंडी। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में बारिश और बाढ़ के कारण जल शक्ति विभाग की विभिन्न योजनाओं को पहुंचे नुकसान की समीक्षा की। उन्होंने मंगलवार को मंडी से वर्चुअली जुड़कर विभागीय अधिकारियों से भारी बारिश के कारण पूरे प्रदेश में क्षति ग्रस्त हुई पेयजल, सिंचाई और सीवरेज योजनाओं की जानकारी ली और सभी अधिकारियों को क्षतिग्रस्त योजनाओं को दुरुस्त कराने तथा जल्द से जल्द उन्हें बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को तत्परता से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाने को कहा।

 

इस दौरान शिमला से वीडियो कॉंफ्रेंस में जुड़े जल शक्ति विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी ने उप मुख्यमंत्री को प्रदेशभर की बाढ़ प्रभावित विभागीय योजनाओं को जानकारी दी। वहीं सभी जिलों से वर्चुअली जुड़े जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने अपने वहां की वस्तुस्थिति का ब्योरा दिया। मुख्य अभियंता उपेंद्र वैद्य मंडी में वीडियो कॉंफ्रेंस कक्ष में उप मुख्यमंत्री के साथ रहे।

 

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बाद में, मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि बारिश के कारण पूरे प्रदेश में जल शक्ति विभाग को लगभग 350 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। केवल मंडी जिले में ही विभाग को 125 करोड़ की क्षति हुई है। सरकार का फोकस जल्द से जल्द योजनाओं को रिस्टोर करने पर है। उन्होंने कहा कि मौसम ठीक रहने पर अगले 24 से 48 घंटों के भीतर सभी इलाकों में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

 

उन्होंने बताया कि मंडी शहर को ऊहल और ब्यास नदी से पेयजल आपूर्ति की जाती है, लेकिन अत्यधिक सिल्ट के कारण दोनों योजनाएं बंद हैं। उन्होंने अधिकारियों से योजनाओं की बहाली तक ग्रामीण योजनाओं से तथा हैंडपंपों को चालू कर  सभी वार्डों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

 

उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तत्परता के साथ पेयजल आपूर्ति को बहाल करने के साथ साथ सड़क और बिजली सप्लाई को सुचारू करने में जुटी हुई है। इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि मुश्किल हालात में हिमाचल सरकार पूरी मजबूती से प्रदेश के नागरिकों के साथ खड़ी है। बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। बंद परियोजनाओं को यथाशीघ्र चालू करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है, ताकि जनजीवन सामान्य हो सके।

 

आपदा की घड़ी में हिमाचल की दिल खोलकर मदद करे केंद्र सरकार

 

उन्होंने केंद्र सरकार से आपदा की घड़ी में हिमाचल की दिल खोलकर मदद करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ से प्रदेश को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अनेक परियोजनाएं जलमग्न होने से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। यह राजनीति से ऊपर उठ कर मदद का समय है। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर प्रदेश को मदद दे।