शिमला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देशभर में महा वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाने जा रहा और इसमें हिमाचल भी पीछे नहीं है। प्रदेश की बात करें तो विकासार्थ विद्यार्थी व सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान चलाया जाना है और और प्रदेश में 101000 पौधे लगाने का विशाल लक्ष्य रखा है। इस महा वृक्षारोपण अभियान को लेकर प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान ने प्रेस क्लब शिमला में प्रेस वार्ता को संबोधित किया और वृक्षारोपण अभियान के बारे में जानकारी साझा की।
विकासार्थ विद्यार्थी ने देश भर में एक करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य लिया है। इस अभियान के अंतर्गत पजीकृण करने वाले छात्रों को ‘वृक्ष मित्र’ बनाया जाएगा जो आगे चल कर वृक्षारोपण करेंगे व अपने द्वारा लगाए गए पौधों के संरक्षण की योजना भी बनाएंगे ताकि रोपे गए पौधों को कोई क्षति न पहुंचे। इसी के तहत विकासार्थ विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश व सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा प्रदेश भर में एक लाख एक हजार से ज्यादा पौधे विभिन्न जिलों में रोपे जाएंगे। इसमें हम विभिन्न संस्थानों के साथ मिलकर मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग MOU भी साइन करवाएंगे। यह अभियान जुलाई माह में चलाया जाएगा।
वास्तव मे विकासार्थ विद्यार्थी का उद्देश्य जन, जल, जंगल, जमीन, जानवर, पर्यावरण प्रकृति के सभी अंगों के संरक्षण तथा उनके विकास में युवा शक्ति की सार्थक भागीदारी मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी के संरक्षण पर कार्य हो रहा है। साथ ही प्लास्टिक मुक्त अभियान भी जारी करना है। इसी ध्येय पर अग्रसर होते हुए विकासार्थ विद्यार्थी (स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट) द्वारा यह लक्ष्य लिया गया है। हमारा हिमाचल प्रदेश भी एक पर्वतीय राज्य है व प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरे देश भर में प्रसिद्ध है इसी को ध्यान में रखते हुए हम एक संकल्प ले की हम हिमाचल प्रदेश को सुंदर हरा-भरा बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण अवश्य करेंगे वह विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित अवश्य करेंगे।
विकासार्थ विद्यार्थी की प्रेसवार्ता में विक्रांत चौहान ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण और उसके कारण फैलती श्वसन संबंधी बीमारियों और मानव शरीर को होने वाली हानि को केंद्र में रखकर, हम सभी को इनसे निपटने को दृण-संकल्पित हो कर, आवश्यक श्रमदान करना ही होगा। उन्होंने स्थानीय लोगों को भी युवाओं के साथ मिल कर इस अभियान में भाग लेने का आग्रह करते हुए कहा कि वर्तमान में, बढ़ते औद्योगिकिकरण एवं अन्य कारणों से, पर्यावरण हो रही हानि से सभी चिंतित हैं। वृक्षारोपण का यह महाअभियान, पेड़ों की घटती संख्या की समस्या के समाधान कि ओर एक अच्छी और सफ़ल पहल साबित होगी। युवाओं में पर्यावरण के प्रति सजगता बढ़ाने की ओर यह अभियान अपरिहार्य योगदान देने वाला होगा। अगर युवाओं के साथ प्रत्येक गांव व शहर के लोग भी इस अभियान से जुड़ के वृक्षारोपण करेंगे तो इस अभियान का उद्देश्य और भी सार्थक हो जायेगा।