जज्बा: एचआरटीसी की पहली महिला बस महिला चालक अब बनी पहली इंटर-स्टेट बस चलाने वाली महिला चालक

एचआरटीसी की महमलवा बस चालक सीमा अब बनी पहली इंटर स्टेट बस चलाने वाली महिला चालक
एचआरटीसी की महमलवा बस चालक सीमा अब बनी पहली इंटर स्टेट बस चलाने वाली महिला चालक

आदर्श हिमाल ब्यूरो

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शिमला। एचआरटीसी की पहली बस चालक सीमा ने एक और उपलब्धि अपने नाम करते हुए इंटर स्टेट बस चलाने वाली पहली महिला बस चालक का खिताब भी अपने नाम कर दिया है। अर्की की रहने वाली सीमा हिमाल पथ परिवहन निगम में पहली महलि हां जो बस चलाती हैं। अब उनका सपना शिमला-दिल्ला चलने वाली वाल्वो बस चलाने का है। पर वाल्वो बस चलाने का प्रशिक्षण लेने उन्हें बेंगलुरू जाना होगा। यहां भेजने का फैसला विभाग ही लेता है।

महिलाएं आसमान में हवाई जहाज उड़ा रही हैं, बस चलाना कौन सी नई बात है। जल्द ही आप मुझे शिमला-दिल्ली वोल्वो की ड्राइविंग सीट पर देखेंगे। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की पहली महिला बस चालक सीमा ठाकुर ने बुधवार को शिमला-चंडीगढ़ इंटर स्टेट रूट से शिमला लौटने के बाद यह बात कही। कहा कि वह एचआरटीसी की टैक्सी, इलेक्ट्रिक बस और इंटरस्टेट बस चला चुकी हैं। अब उनका सपना वोल्वो चलाने का है।

वोल्वो बस की ड्राइविंग ट्रेनिंग के लिए बंगलूरू जाने का मौका मिल जाए तो यह सपना भी पूरा हो जाएगा। शिमला के मुकाबले चंडीगढ़ दिल्ली की ड्राइविंग मुश्किल है। वहां ज्यादातर ड्राइवर रांग साइड पर चलते है। तीन बार चंडीगढ़ जा चुकी हूं। निगम प्रबंधन जहां चाहेगा वहीं ड्यूटी दूंगी।

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सोलन जिले के अर्की की 31 वर्षीय सीमा ठाकुर बुधवार सुबह 7.55 पर शिमला से चंडीगढ़ रवाना हुईं। दोपहर 12 बजे चंडीगढ़ पहुंचीं और 12.30 बजे चंडीगढ़ से शिमला लौटीं। बीते 5 सालों से एचआरटीसी में बतौर चालक सेवाएं दे रही सीमा ने कोटशेरा कॉलेज से बीए के बाद विश्वविद्यालय से एमए की है।

सीमा के पिता भी एचआरटीसी में ही चालक थे। पिता के साथ बस में सफर के दौरान ही सीमा को बस चलाने का शौक पैदा हुआ। एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक शिमला लोकल देवासेन नेगी ने बताया कि सीमा ठाकुर के पास हैवी व्हीकल ड्राइविंग लाइसेंस है।