पहली बार विधायक चुन कर आये है इसलिए हांक रहें है लंबी-लंबी -अमित पाल सिंह

बोले... भाजपा से किसी भी प्रमाणपत्र की न तो प्रतिभा सिंह को कोई जरूरत और न ही कांग्रेस सरकार को

बोले… भाजपा से किसी भी प्रमाणपत्र की न तो प्रतिभा सिंह को कोई जरूरत और न ही कांग्रेस सरकार को
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के राजनैतिक सचिब कांग्रेस महासचिव अमित पाल सिंह ने करसोग के भाजपा विधायक दीपराज के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें अपने से वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कोई भी बयानबाजी पूरे होशहवास के साथ सोच समझ कर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह पहली बार विधायक चुन कर आये है इसलिए लिए लंबी लंबी हांक रहें हैं। इससे उन्हें कुछ राजनैतिक लाभ होने वाला नही। करसोग के लोग जानते है कि इस क्षेत्र में विकास किस की देन रही हैं।
अमित पाल सिंह ने दीपराज को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्हें इस क्षेत्र में हुए विकास की पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। उन्हें शायद जानकारी नही है कि करसोग को उप मण्डल का दर्जा किस ने दिया था। आज जो इस क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मण्डल,उच्च शिक्षा विद्यालय के साथ साथ सड़को का जाल बिछा है वह सब पूर्व  मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की ही देन है,इसलिए उन्हें उनका हमेशा आभार प्रकट करना चाहिए।
अमित पाल सिंह ने कहा है कि भाजपा ने विशेष तौर पर पूर्व जयराम सरकार ने इस क्षेत्र की उपेक्षा की। पूर्व भाजपा सरकार के समय यहां विकास की एक भी इंट नही लगी। वीरभद्र सिंह सरकार ने यहां एक बहुतकनीकी कॉलेज खोला था पर रजनीतिक द्वेष के चलते पूर्व भाजपा सरकार ने चलने ही नही दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि मंडी जिला का करसोग पूर्व मुख्यमंत्री जयराम के जिला चुनाव क्षेत्र में आता है पर उन्होंने सत्ता में रहते हुए इस क्षेत्र में विकास के प्रति अपनी आंखें मूंदे रखी।
अमित पाल सिंह ने कहा कि प्रतिभा सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र के विकास के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। सांसद विकास निधि का आवंटन बगैर किसी भेदभाव के सभी विधानसभा क्षेत्रों में समान रूप से किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक को लोगों को किसी भी तरह से गुमराह करने का कोई प्रयास नही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि करसोग के विकास के भाजपा से किसी भी प्रमाणपत्र की न तो प्रतिभा सिंह को ही कोई जरूरत है और न ही कांग्रेस सरकार को। उन्होंने कहा कि करसोग के भाजपा विधायक दीपराज को अपनी हद में रहते हुए वीरभद्र सिंह व प्रतिभा सिंह के खिलाफ किसी भी आधारहीन बयानबाजी से बचना चाहिए,क्योंकि राजनीति में अभी उनका बहुत ही छोटा कद हैं।
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