बसंत आगमन की खुशी में मनाए जाने वाला चार दिवसीय फाग उत्सव शुरू,  कोविड नियमों का पालन करते हुए तीन देवता आमंत्रित 

संत आगमन की खुशी में मनाए जाने वाला जिला स्तरीय फाग उत्सव आज से शुरू । कोविड-19 की गाइड लाइन्ज का निर्वहन करते हुए तीन देवताओं को ही किया गया आमंत्रित।
संत आगमन की खुशी में मनाए जाने वाला जिला स्तरीय फाग उत्सव आज से शुरू । कोविड-19 की गाइड लाइन्ज का निर्वहन करते हुए तीन देवताओं को ही किया गया आमंत्रित।

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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रामपुर।  बसंत आगमन की खुशी में  रामपुर बुशहर में मनाए जाने वाला फाग उत्सव औपचारिक रूप से आज से देवताओ के  आगमन के साथ शुरू  हो गया है। कोविड महामारी  को देखते हुए 4 दिवसीय इस फाग उत्सव में  तीन देवताओ को ही आमंत्रित किया गया है। पारम्परिक और देव आस्थाओ से जुड़े इस उत्सव को कोविड  गाईड लाइंस को ध्यान में रखते हुए ,परंपरा ना टूटे इसलिए सूक्ष्म तौर से  आयोजन किया जा रहा। तीनों देवताओं की  देवता बसारु , देवता जाख व देवता गासो  की  परम्परानुसार अनुसार  पहले बाजार  में  शोभायात्रा निकाली गई।  उसके बाद राज दरबार में देव वाद्य यंत्रो के साथ देव नृत्य हुआ।  इस दौरान लोगो ने  मेले में आए देवताओ से मन्नतें मांगी।

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नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी हरी  चौहान ने बताया  देवस्थान को ध्यान में रखते हुए  मेले को सूक्ष्म तौर से मनाया जा रहा है। मेले में  तीन देवताओं को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस फाग मेले को सदियों से मनाया जाता। है और देव  परंपराओं के साथ मेले का आयोजन किया जाता है। नगर परिषद के पार्षद  स्वाति बंसल  ने बताया सदियों पुराना जिला स्तरीय फाग मेला रामपुर में  बसंत आगमन की ख़ुशी में मनाया जाता है। लेकिन इस बार कोविड-19 के कारण मेले को  सूक्ष्म रूप से मनाया जा रहा है।
इस बार केवल 3 देवताओं को ही मेले में आमंत्रित किया है ताकि परंपराओं का निर्वहन  हो। पार्षद  रोहिताश मेहता ने  बताया कि  फाग में नगर परिषद ने इस बार 3 देवताओं को ही आमंत्रित किया है।  पुरानी परंपरा  और देव आस्था से जुड़ा जुड़ा  यह उत्सव है।