पिछले चार महीने से डाक विभाग को बना रहा था बेवकूफ, पुलिस कर रही आगामी जांच
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से फर्जी डिग्री तैयार करने के मामले लगातार सामने आ रहे है। प्रदेश में ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जिसमें मंडी के युवक ने फर्जी डिग्री तैयार करके डाक विभाग की आखों में धूल झोकने का काम किया है। आरोपी युवक फर्जी सर्टिफिकेट बना कर पोस्टमास्टर बन गया तथा पिछले चार महीने से आरोपी युवक देवनगर शाखा में अपनी सेवाएं दे रहा था। युवक जिला मंडी का रहने वाला हैं और उसने शिमला में फर्जी डिग्री तैयार करके नौकरी हासिल की।
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पुलिस के मुताबिक, डाक विभाग ने शिमला पोस्टल डिवीजन के तहत देवनगर शाखा में ग्रामीण डाक सेवक शाखा पोस्टमास्टर के चयन के लिए उम्मीदवारों को आमंत्रित किया था। जिस पर मंडी के सरकाघाट निवासी मनीष कुमार का चयन योग्यता के आधार पर किया गया था।प्रमाणपत्रों को देखने के बाद 09 सितंबर 2022 को युवक ने विभाग में कार्यभार संभाला था। इस दौरान उसका मैट्रिक का प्रमाण पत्र उसकी सत्यता जांचने के लिए निदेशक झारखंड एकेडमिक काउंसिल ज्ञानदीप कैंपस को भेजा गया था जोकि फर्जी पाया गया।
डाकघर शिमला के अधीक्षक विकास नेगी ने इस मामले में पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई है। तथा आरोपी युवक को निलंबित कर दिया है। तथा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।