रोहड़ू: प्रदेश भर में जहां मानसून लगातार बारिशों से रूबरू करा रहा है तो वही जिला शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में सेब सीजन की शुरुआत भी हो चुकी है। मंडियों में सेव आना शुरू हो चुका है फिलहाल सेब के दामों को लेकर बहस नहीं है मगर गौर करने की बात यह भी है की अभी सेब सीजन शुरुआती चरण में है जो आगे बढ़ेगा तो भारी मात्रा में सेब मंडियों में पहुंचने लगेगा जिसके कारण होगा यह की मंडी में डिमांड और सप्लाई के तालमेल का बिगाड़ना तय होगा। यह एक ऐसी समस्या है जिससे बागवान हर साल जूझते हैं। तो वहीं कुछ बागवान लीग से अलग हटकर अपनी पहचान बनाते हैं।
रोहड़ू मंडी में उच्चतम दामों पर सेब बेच रहे हैं प्रगतिशील बागवान मोहित शर्मा जैसे युवा बागवान
शिमला के ऊपरी क्षेत्रों अगर रोहड़ू बात करें तो यहां भी सेब की आर्थिकी ने लगातार अपने कदम फैलाए हैं जहां छुहारा वेली और बराल इलाके में वर्षों से सेब का उत्पादन हो रहा है तो वहीं अब रोहडू भी सेब की आर्थिकी को नए आयाम दे रहा है यहां पर अचीवर फार्मर मोहित शर्मा पिछले कुछ ही सालों में सेब की आर्थिकी के क्षेत्र में एक चर्चित चेहरा बन चुके हैं वे यहां पर सघन खेती यानी एच डी पी पर काम कर रहे हैं और डार्क बैरन गाला और रेड वेलॉक्स तथा किंग रॉट जैसी उन्नत और अर्ली वैरायटी के इस्तेमाल से अपनी आय को कई गुना बढ़ा रहे हैं। मोहित शर्मा पिछले कुछ वर्षों से लगातार सेब की दिशा में काम कर रहे हैं और युवा बागवानों को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। हाल ही में हिमाचल प्रदेश बागवानी विभाग रोहडू की ओर से एक फार्म स्कूल का भी आयोजन किया गया। बागवानी विकास अधिकारी रोहड़ू कुशल मेहता के अथक प्रयासों से बागवानों को सेब उगाने की नई तकनीक और कम बजट में अधिक मुनाफा जैसे विषयों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। इस फॉर्म स्कूल के दौरान मोहित शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और क्षेत्र के युवा बागवानों को साथ लाकर सेब से जुड़े लोगों को विकास धारा से जोड़ने का काम किया। मोहित शर्मा अभी अपने बाग शर्मा ऑर्चर्ड्स से महज़ दूसरी फसल ले रहे हैं और इस बार उन्हें टू लेयर हाफ बॉक्स के लिए ₹2000 का दाम मिला जिसके लिए आमतौर पर बागवानों को कड़ी मशक्कत से गुजरना पड़ता है।
फल की गुणवत्ता निर्धारित करती है दाम,रोहडू में भी ₹2000 प्रति टू लेयर बिक सकता है सेब: मोहित शर्मा
सेब बेचने के बाद मोहित शर्मा ने हमसे बात करते हुए कहा कि आप छोटी सी छोटी मंडी में भी बढ़िया दाम प्राप्त कर सकते हैं लेकिन शर्त यह है कि आपके पास भी बढ़िया क्वालिटी हो। आपके सेब का दाम इस बात पर निर्धारित होता है कि उसकी क्वालिटी कैसी है अगर आप बेहतर क्वालिटी उगाते हैं तो निश्चित तौर पर आप रोहड़ू जैसी मंडी में भी ₹2000 प्रति two-layer यानी सिर्फ़ एक ट्रे हजार रुपए कि बेच सकते हैं और ये बात काल्पनिक नहीं है। मोहित शर्मा ने कहा कि वक्त आ चुका है जब आप तकनीक मार्केटिंग और क्वालिटी से जुदा नहीं रह सकते आज कंपटीशन का दौर है और ऐसे में अपने आप को स्थापित करना आपके हाथ में है। इसके अलावा मोहित शर्मा ने एच डी पी पर खेती करने पर बल देते हुए कहा कि क्वालिटी प्रोडक्ट हर मंडी की मांग है और ऐसे मैं जरूरत है कि आप भी नए तरीकों को अपनाएं ताकि आप भी इस नए दौर में अपने आप को स्थापित कर सके।
मोहित शर्मा लगातार सोशल मीडिया के माध्यम लोगों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं साथ ही वह अपने उत्पाद को लेकर भी उतने ही सजग हैं और उत्पाद की मार्केटिंग को लेकर भी पीछे नहीं रहते। मोहित शर्मा सेब को दूसरे उत्पादों की श्रेणी में लाने की तर्ज पर भी काम कर रहे हैं और इसके लिए वह वेबसाइट से सेब बेच रहे हैं। और वेबसाइट के जरिए कोने कोने से ताजा फलों की डिमांड भी आती रहती है। ये एक मुहिम है जो सेब को एक प्रोडक्ट के तौर पर डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने का काम कर रही है और इसमें सहयोगी बन रहे हैं मोहित शर्मा जैसे प्रगतिशील और युवा सोच के बागवान। Sharmaorchardsrohru
मोहित शर्मा का कहना है कि तकनीक का इस्तेमाल कम बजट में खेती और अगर हम मार्केटिंग को अच्छे तरीके से इस्तेमाल में लाएं तो प्रदेश का बागवान बेहद खुशहाल हो सकता है और उसके पास यह काबिलियत भी है।