आदर्श हिमाचल ब्यूरो
हमीरपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत मंगलवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उहल और पब्लिक माॅडल स्कूल बंबलोह में छात्राओं के लिए कॅरियर मार्गदर्शन एवं तनाव प्रबंधन पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। टौणीदेवी की बाल विकास परियोजना अधिकारी सुकन्या कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित इन कार्यक्रमों में छात्राओं को कॅरियर मार्गदर्शन एवं तनाव प्रबंधन के साथ-साथ पोषण अभियान और कई अन्य योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी दी गई।
इस अवसर पर सुकन्या कुमारी ने कहा कि किशोरावस्था में बच्चों को पौष्टिक एवं संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। विशेषकर, लड़कियों को इसका ज्यादा ध्यान रखना चाहिए तथा अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों एवं फलों को अवश्य शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं हैं। हर क्षेत्र में लड़कियों ने अपनी प्रतिभा एवं क्षमता का लोहा मनवाया है। बाल विकास परियोजना अधिकारी ने छात्राआंे को अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करने तथा उसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत एवं आत्मविश्वास के साथ कार्य करने की सलाह दी।
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उक्त कार्यक्रमों के दौरान प्रसिद्ध मनोविज्ञानी शीतल वर्मा ने भी छात्राओं का मार्गदर्शन किया तथा उन्हें कॅरियर के चयन और तनाव प्रबंधन के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। उन्हांेने बताया कि किशोरावस्था में विद्यार्थी अक्सर तनाव का शिकार हो जाते हैं और अपने कॅरियर को लेकर असमंजस के दौर से गुजरते हैं। इस अनावश्यक तनाव से बचने के लिए विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक और अन्य गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए तथा अपनी अभिरुचि के अनुसार ही कॅरियर का चयन करना चाहिए।