आदर्श हिमाचल ब्यूरो
हमीरपुर। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने जिला के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सरकार की ओर से प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाएं आम जनता तक तत्परता के साथ पहुंचनी चाहिए और इनकी क्वालिटी भी उच्च स्तर की होनी चाहिए। शुक्रवार को यहां डीआरडीए के सम्मेलन कक्ष में जिला सुशासन सूचकांक की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 की जिला सुशासन सूचकांक रिपोर्ट में जिला हमीरपुर ने दूसरा स्थान हासिल किया है। अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत, कर्तव्यनिष्ठा एवं टीम वर्क के कारण ही यह संभव हुआ है। उपायुक्त ने कहा कि सुशासन और विकास के विभिन्न मानकों के आधार पर होने वाली इस रैंकिंग में अगली बार पहला स्थान हासिल करने के लिए संबंधित अधिकारी सभी मानकों में 100 प्रतिशत अंक हासिल करने के लिए कार्य करें।
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विभिन्न मानकों में जिला की उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मनरेगा, आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न आंकड़ों की अपडेशन, ई-चालान, ई-ऑफिस तथा कुछ अन्य मानकों में अभी सुधार की गुंजाइश है। संबंधित अधिकारी इस दिशा में तेजी से कार्य करें। उपायुक्त ने कहा कि आगामी रिपोर्ट में सरकार जिलों की रैंकिंग के लिए कुछ और नए मानक भी शामिल कर सकती है। इसके लिए भी अधिकारी पूरी तैयारी रखें।
उन्होंने कहा कि अगर किसी विभाग को सर्विस डिलीवरी से संबंधित कोई समस्या आ रही है या इनफ्रास्ट्रक्चर में कोई कमी है तो वे तुरंत जिला प्रशासन को अवगत करवाएं। उपायुक्त ने बताया कि इनके लिए सुशासन सूचकांक की पुरस्कार राशि से भी बजट का प्रावधान किया जा सकता है। इस अवसर पर जिला सांख्यिकीय अधिकारी अशोक कुमार ने जिला सुशासन सूचकांक के विभिन्न पहलुओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में एडीसी मनेश कुमार और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।