आदर्श हिमाचल ब्यूरो
हमीरपुर: उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने कहा कि बच्चों के पोषण में सुधार लाने के लिए जिला हमीरपुर में 8 से 14 जनवरी तक 0 से 6 वर्ष तक की आयु के शिशुओं के लिए ‘स्वस्थ बच्चा स्पर्धा’ का आयोजन किया जाएगा। मंगलवार को पोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने यह जानकारी दी।
उपायुक्त ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार किया गया है तथा इसे पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों, घरों, पंचायतों, स्कूलों, विशेष शिविरों और अस्पतालों में बच्चों के स्वास्थ्य मानकों की जांच की जाएगी। देबश्वेता बनिक ने बताया कि व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से पोषण में सुधार करना तथा इसे एक जन आंदोलन का रूप देना ही पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस अभियान को सफल बनाने के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के स्वास्थ्य के लिए घर-घर जाकर बच्चों के सही पोषण, समय पर टीकाकरण और नियमित रूप से वजन मापने के बारे में जागरुक करें। उपायुक्त ने बताया कि अभियान के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कुपोषण की समस्या का आकलन करने के लिए बच्चों की नियमित वृद्धि की निगरानी पर जोर दिया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि कुपोषण से बचाव के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियमित रूप से गर्भवती महिलाओं के घर जाकर उन्हें पौष्टिक आहार की जानकारी दें। प्रसव के बाद भी महिलाओं का मार्गदर्शन करें तथा उन्हें शिशु को कम से कम छह माह स्तनपान करवाने के लिए प्रेरित करें। कुपोषण, दुबलापन और बौनापन के शिकार बच्चों पर विशेष रूप से फोकस करें। दस्त और निमोनिया से बचाव के बारे में जागरुक करें, ताकि बच्चों को कुपोषित होने से बचाया जा सके।
बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एचसी शर्मा ने पोषण अभियान के संबंध में विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी जितेंद्र सांजटा, सभी एसडीएम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्रिहोत्री, सभी सीडीपीओ और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।