आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला । पूर्व डीआईजीपी और हिमाचल प्रदेश राज्य पूर्व अर्धसैनिक कल्याण संघ के अध्यक्ष और एबीपीएएसकेएस के अध्यक्ष वीके शर्मा द्वारा प्रत्येक भारतीय नागरिक से एक हार्दिक अपील
यह संदेश केवल सूचना नहीं है – यह प्रत्येक सच्चे राष्ट्रवादी के लिए कर्तव्य की पुकार है। हम, पूर्व अर्धसैनिक बल के जवान आपसे आग्रह करते हैं कि इस सलाह को प्रत्येक भारतीय, उनके परिवारों, मित्रों और सहकर्मियों तक पहुँचाएँ। साथ मिलकर हम जागरूकता और एकता की एक अटूट ढाल बना सकते हैं, साथ ही अपने विरोधियों द्वारा मनोवैज्ञानिक दुष्प्रचार से बचने से भी बच सकते हैं।
हमारी निर्णायक कार्रवाई की पहली लहर पूरी हो चुकी है। भारतीय सशस्त्र बलों ने सटीकता और साहस के साथ अपने इच्छित लक्ष्यों पर सफलतापूर्वक हमला किया है। जैसा कि हम अगले चरण के लिए तैयार हैं, यह महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक नागरिक सतर्क और जिम्मेदार रहे। कृपया निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दें:
1. दुष्प्रचार आक्रामक:
पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी, आईएसआई, अब एक बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार युद्ध शुरू करेगी – अंतर्राष्ट्रीय सहानुभूति पाने के लिए और भारतीय लोगों को गुमराह करने के लिए। विचलित करने वाली तस्वीरों, भावनात्मक वीडियो और मनगढ़ंत डॉक्यूमेंट्री की बाढ़ आने की उम्मीद करें। सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म पर प्रसारित किसी भी असत्यापित सामग्री को फ़ॉरवर्ड, शेयर या विश्वास न करें।
2. सूचना अनुशासन:
केवल आधिकारिक चैनलों- रक्षा मंत्रालय, पीआईबी और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मीडिया के माध्यम से अपडेट रहें। अटकलें लगाकर या असत्यापित अपडेट फैलाकर सूचना पारिस्थितिकी तंत्र में शोर जोड़ने से बचें।
3. राष्ट्र के साथ मजबूती से खड़े रहें: यह राष्ट्रीय एकता का क्षण है। भारतीय सेना, सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को अटूट समर्थन दें। आंतरिक दोषारोपण और विभाजनकारी चर्चाओं से बचें।
4. भारत विरोधी तत्वों की पहचान करें और उन पर नज़र रखें: अपने पड़ोस, कार्यस्थल या सामाजिक दायरे में चौकस रहें। दुश्मन के प्रति खुली दुश्मनी या सहानुभूति व्यक्त करने वाले व्यक्तियों पर ध्यान दें। एक विवेकपूर्ण रिकॉर्ड बनाए रखें, क्योंकि इस तरह के खतरों को बढ़ाने के लिए जल्द ही औपचारिक रिपोर्टिंग चैनल उपलब्ध कराए जाएँगे।
5. आंतरिक अशांति से सावधान रहें: दुश्मन आंतरिक अराजकता पैदा करने, दंगे भड़काने या सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने का प्रयास कर सकता है। हिंदू-मुस्लिम बहस में शामिल न हों या विभाजनकारी आख्यानों को पनपने न दें। किसी भी स्थानीय अशांति के मामले में, सुरक्षा को प्राथमिकता दें और तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
6. घबराएँ नहीं – राष्ट्रीय व्यवस्थाओं पर भरोसा करें: शांत रहें और अनावश्यक रूप से घबराकर भोजन, दवाइयाँ या अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीद या जमाखोरी न करें। पाकिस्तान या उसके समर्थकों द्वारा आवश्यक वस्तुओं या नकदी की कमी के बारे में फर्जी संदेश फैलाए जा सकते हैं। अति प्रतिक्रिया न करें।
•हमारे देश में मजबूत व्यवस्थाएं हैं, और इस तरह की घटनाओं से आवश्यक आपूर्ति बाधित नहीं होती।
•इसी तरह, अनावश्यक रूप से बड़ी मात्रा में नकदी निकालने से बचें। बैंक और एटीएम सामान्य रूप से काम करना जारी रखेंगे। हमारे राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे की लचीलापन पर भरोसा रखें।
7. जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहें: अगले 4-7 दिनों के भीतर पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई की संभावना बहुत ज़्यादा है। इसमें ज़मीन से ज़मीन पर मिसाइल हमले या LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के हमले शामिल हो सकते हैं। सतर्क रहें, ख़ास तौर पर अगर आप सीमावर्ती क्षेत्रों में हैं।
8. मनोवैज्ञानिक युद्ध में भूमिका: याद रखें, हर भारतीय नागरिक मनोवैज्ञानिक युद्ध में अग्रिम पंक्ति का सैनिक है। शांत रहें, दृढ़ रहें और अपना मनोबल ऊँचा रखें। डर फैलाने वाली या फ़र्जी ख़बरों में न फँसें। आपकी मानसिक शक्ति हमारे सैनिकों की बहादुरी जितनी ही महत्वपूर्ण है।
9. साइबर सुरक्षा सावधानियाँ: फ़िशिंग लिंक, फ़र्जी वेबसाइट और संदिग्ध ईमेल/संदेशों से सावधान रहें जो एक्सक्लूसिव फ़ुटेज या समाचार दिखाने का दावा करते हैं। ऐसी तरकीबें अक्सर दुश्मन साइबर सेल द्वारा खुफिया जानकारी इकट्ठा करने या मैलवेयर फैलाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
10. संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें: किसी भी संदिग्ध गतिविधि, अज्ञात वस्तु या संभावित ख़तरे की तुरंत स्थानीय कानून प्रवर्तन या सुरक्षा एजेंसियों को रिपोर्ट करें। आपकी समय पर की गई कार्रवाई से जान बच सकती है।
हम एक बार फिर आपकी देशभक्ति की अपील करते हैं—कृपया इस संदेश को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें। किसी भी भारतीय को अनजान न छोड़ा जाए। आइए हम सब मिलकर खड़े हों, और पहले से ज़्यादा मज़बूत बनें।