हिमाचल का एक ऐसा स्कूल जहां स्थानीय बोली में करवाई जाती है प्रार्थना सभा ….

0
5
छात्राएं स्थानीय बोली में प्राथना करती हुई
छात्राएं स्थानीय बोली में प्राथना करती हुई

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। सरकारी स्कूलों में हिंदी और कुछेक निजी स्कूलों में अंग्रेजी भाषा में प्रार्थना सभा सभी ने सुनी होगी। स्थानीय बोली में किसी भी स्कूल में आजतक शायद ही ऐसी सभा का आयोजन हुआ होगा। लेकिन, सिरमौर जिले की राजकीय कन्या उच्च पाठशाला ददाहू ने पहाड़ी भाषा में प्रार्थना सभा शुरू कर एक अनूठी पहल की है। सुर, लय, ताल व साज के साथ सभा को बेहद रोचक बनाया गया है।

 

 

बीते बुधवार को पहली मर्तबा इस स्कूल में स्थानीय बोली में प्रार्थना सभा हुई, जिसे तैयार करने में एक माह का वक्त लगा। प्रार्थना के रूप में प्रसिद्ध लोकगीत रामो रा नाव को ठेठ पहाड़ी में पूरे साज के साथ दो मिनट के भजन में पिरोया गया है। इसके साथ साथ प्रतिज्ञा, नारे, आज का विचार को भी पहाड़ी बोली में तैयार करवाया गया है। इस पहाड़ी प्रार्थना सभा का संचालन नौवीं कक्षा की छात्रा अवंतिका कर रही हैं। 

यह भी पढ़े:-टाइटैनिक : ऑक्सीजन खत्म होने की वजह से जहाज का मलबा देखने गए पांच यात्रियों की मौत

बता दें कि इस स्कूल में हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत भाषा में भी प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है। पहली बार स्थानीय पहाड़ी भाषा को चौथा स्थान देते हुए इसे भी सभा में शामिल किया गया। इस पहल की क्षेत्र में भी जमकर प्रशंसा हो रही है। खास बात यह भी है कि यह स्कूल शहरी क्षेत्र का है, जहां 210 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।  लिहाजा, सभी बच्चों को पहाड़ी बोली में ढालने के लिए एक माह का वक्त लगा। इसे नियमित जारी रखा जाएगा।