कुल्लू की पाठशाला से सीख कर जा रहा हूं: पीयूष गोयल, वीवर सर्विस स्टेशन खोलने की की घोषणा

कुल्लू की पाठशाला से सीख कर जा रहा हूं: पीयूष गोयल
कुल्लू की पाठशाला से सीख कर जा रहा हूं: पीयूष गोयल

हिमाचली बुनकरों को सुझाव दे गए और उनके सुझाव ले गए पीयूष गोयल

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
कुल्लू। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल आज कुल्लू के दौरे पर रहे। यहां उन्होंने स्वर्णिम हिमाचल वर्ष के उपलक्ष्य में ‘सेवा व समर्पण अभियान’ के अंतर्गत अटल सदन कुल्लू में आयोजित हस्तशिल्प एवं हथकरघा कारीगरों के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया।
इससे पहले केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल, सीएम जयराम ठाकुर के साथ अटल टनल भी गए। यहां पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री ने बीआरओ के कार्य को खूब सराहा और अटल टनल को देश का गौरव बताया। हस्तशिल्प एवं हथकरघा कारीगरों के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यहां वीवर सर्विस सेंटर खोलने की घोषणा भी की। इस दौरान हस्तशिल्प एवं हथकरघा कारीगरों को टूल किट भी बांटी गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के हथकरघा उत्पादों की मार्केटिंग के लिए हमने केंद्रीय मंत्री के समक्ष बात रखी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा उत्पादों की मार्केटिंग हो सके। इस दौरान मजाकिया लहजे में कहते हुए मुख्मंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारा बैच कोविड बैच है, अब तो नाटी डालने में भी डर लगता है। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हिमाचल दौरे के दौरान कोविड का किस्सा भी सुनाया।
जयराम ठाकुर ने बताया कि कैसे किन्नौर के एक दल ने राष्ट्रपति के सामने नाटी की प्रस्तुति के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन प्रस्तुति से पहले कोविड टेस्ट में दल का एक व्यक्ति कोरोना  पॉजिटिव पाया गया। इस वजह से दल की नाटी को रद्द करना पड़ा।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल में सभी पात्र वयस्कों 100 फीसदी कोविड-19 वैक्सीनेशन की बात कही और कहा कि नवंबर 30 तक हमने हिमाचल में पात्र व्यक्तियों कोविड 19 वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने 50 वर्षों के सफर में काफी तरक्की की है। ‘हिमाचल तब और हिमाचल अब’ के जरिए हम इस पूरे सफर को दर्शाएंगे। यह कार्यक्रम हिमाचल की प्रबुध जनता को समर्पित रहेगा, क्योंकि हिमाचल के विकास के योगदान में किसी एक या दो व्यक्तियों का योगदान नहीं रहा है। इस सफर में प्रत्येक हिमाचली का याोगदान रहा। उन्होंने कहा कि सड़कों के क्षेत्र में हेल्थ के क्षेत्र में या फिर हैंडलूम के क्षेत्र में 50 साल पहले हम कहां थे और आज कहां हैं इसका पता प्रदेश की जनता को होना चाहिए।

‘अटल देखने का सपना आज पूरा हुआ’

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के संबोधन के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने प्रदेश सरकार की तारीफ करने हुए कहा कि जयराम ठाकुर ने चार सालों में कई ऐताहिसक कार्य किए। कोविड के समय खुद कोविड संक्रमित हुए, संघर्ष किया और उसका बेहतर परिणाम निकला।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका पिछले एक साल से अटल टनल देखने का सपना था, जो आज पूरा हुआ। इस टनल की कल्पना अटल जी ने की थी। अटल जी हिमाचल को अपना मानते थे, उनका हिमाचल के प्रति अपनापन था। वैसा ही रिश्ता हिमाचल के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी है।

केंद्रीय मंत्री ने की बुनकरों के काम की तारीफ

केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद बुनकरों और कामगारों की तारीफ करते हुए कहा, “जो आज मैंने कला देखी। एक-एक प्रोडक्ट बहुत ही सुंदर है जिसने भी ये बनाए हैं उनको मैं दाद देता हूं।”
उन्होंने कहा, ” लेकिन इसमें एक कमी रह गई है, इतने सालों में इसकी कॉमर्शियल वैल्यू बहुत बढ़ गई है। हमें इसमें कुछ सुधार करने होंगे। अगर हम इसकी डिजाइनिंग पर पैकेजिंग पर ध्यान दें, मार्केटिंग को और अधिक आधुनिक बनाएं तो इसकी सही कीमत मिलेगी।”

‘कुल्लू की पाठशाला से सीख कर जा रहा हूं’

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन उत्पादों को पहुंचाने के लिए क्या किया जा सकता है इस बारे में प्रदेश सरकार को कार्य करना चाहिए। ऊन की क्वालिटी को कैसे सुधारा जा सके, इस पर विभाग भी चिंता करे और सरकार भी काम करे। इस बारे में कई बुनकरों ने भी सुझाव दिए हैं, जिन्हें में लिख कर ले जा रहा हूं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज मुझे यहां बहुत कुछ सीखने को मिला। आज मैं एक पाठशाला के रूप में यहां से सीख कर जा रहा हूं। आज का दिन मेरे लिए यादगार रहेगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुनकर ज्वाला शर्मा को हैंडलूम क्षेत्र में कार्य के लिए सम्मानित भी किया।

कुल्लू में खुलेगा वीवर सर्विस सेंटर

केंद्रीय मंत्री ने कुल्लू में एक वीवर सर्विस सेंटर और डिजाइन रिसोर्स सेंटर खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि दिल्ली जाते ही इस बारे अधिकारियों से बात करूंगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार से मेरी गुजागिरश रहेगी कि सेंटर के लिए जमीन देखने के बजाय बना-बनाया भवन तलाश करें, ताकि इसे एक साल में शुरू किया जा सके और भवन के लिए बनने वाला पैसा बुनकरों के प्रशिक्षण पर खर्च किया जा सके।
उन्होने कहा कि उत्तम चंद ने अपने सुझाव में इस कार्य को ई-कॉमर्स से जोड़ने की बात कही। उन्‍होंने कहा इसके लिए वह बड़ी टैक्सटाइल कंपनियों के अलावा पांच सितारा होटलों से भी बात करेंगे, जहां पर बारी-बारी से कुल्लू, लाहौल स्पीति, चंबा और कांगड़ा आदि के हस्तशिल्प की प्रदर्शनियों को लगाया जाए।

हिमाचली टोपी की आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान’

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हिमाचल की टोपी की तो आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। जिन देशों में सर्दी अधिक होती है वहां पर कुल्लू की टोपी को भेजा जा सकता है। इसके लिए एक ऐसा डिजाइन तैयार करें, जिससे की कानों को भी ढका जा सके। उन्होंने कहा कि इससे जहां कुल्लू की टोपी को और अधिक पहचान मिलेगी वहीं दुनिया में कुल्लू व हिमाचल का नाम होगा।
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