आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: प्रदेश सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं के लिए कोविड प्रोत्साहन राशि जारी करने का फैसला लिया गया है। प्रत्येक कार्यकर्ता को 1500 रुपये मिलेंगे। इससे हिमाचल प्रदेश की करीब 7500 वर्करों को फायदा होगा। बुधवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसमें केंद्र सरकार की ओर से आशा सेवा प्रदात्ताओं की नियुक्ति को भी सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। कार्यकर्ताओं को यात्रा भत्ता देने और ईपीएफ के दायरे में लाने का मामला भी प्रदेश सरकार केंद्र के समक्ष रखेगी।
बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप आशा कार्यकर्ताओं को कोविड -19 प्रोत्साहन राशि की अधिसूचना जारी कर दी है। आशा वर्करों को ईपीएफ के दायरे में लाने का मामला केंद्र सरकार से उठाया जाएगा। हालांकि, मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के तहत इन्हें कवर किया गया है।
पिछले वर्ष विशेष मामले के रूप में उनके वर्दी भत्ते को 600 रुपये से बढ़ा 1100 रुपये कर दिया गया है। सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी ने भी राज्य में आशा कार्यकर्ताओं की सेवाओं की सराहना की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर सदैव ही सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश हेमराज बैरवा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्षा अनीता कुमारी और महासचिव आशा लता ने पिछले चार सालों के दौरान उनके कल्याण के लिए विभिन्न कदम उठाने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। बैठक में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष मदन राणा, कार्यकारी अध्यक्ष धाबे राम, महासचिव यशपाल हेटा, पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर और आशा कार्यकर्ता संघ के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।