रोहड़ू: कृषि विज्ञान केंद्र रोहडू में शुक्रवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक हुई! बैठक की अध्यक्षता डॉ यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी सोलन के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ दिवेनदर गुप्ता ने की! कृषि विज्ञान केंद्र शिमला सथित रोहडू के परभारी डा नरेंद्र कायथ ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा साल भर में किए गए कार्य प्रस्तुत किए ! इसके अलावा अगले वर्ष में किए जाने वाले कार्य भी प्रस्तुत किए ! बैठक में मिट्टी की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया गया! आज के समय में ज्यादा रासायनिक खादों के इसतेमाल से मिट्टी में मौजूद जरुरी जीवाणु व केचूऐ की संख्या काफी कम हो गई है! जो कि मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बनाये रखने में बहुत कारगर रहते हैं! विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक व समिति के अधयकक्ष डा दिवेनदर गुप्ता ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र को सशकत करने के लिए कदम उठाए जाएंगे! उन्होंने कहा कि आज हमें स्वस्थ रहने के लिए प्राकृतिक खेती करने की जरूरत है और इस पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान केंद्र व कृषि विज्ञान केंद्रों में मॉडल स्थापित किए जाएंगे तथा किसानों व बागवानों को इस विषय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा! वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सभी सदस्यों व क्षेत्र के किसानों व बागवानों ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की तथा कहा कि केंद्र की गतिविधियों से क्षेत्र के किसानों को फायदा मिला है!
बागवानों द्वारा सेब फल का ओवर ग्रेड ओवर वेट पर गहन चिंतन करना व् ग्रेडिंग अंतराष्टीय स्तर पर करवाने भारे वैज्ञानिकों को हस्तक्षेप करने के लिय उचित कदम उठाने तथा मृदा हेल्थ के लिय जमीनी स्तर पर सॉइल सेंपल लेना उनको टेस्ट करवाना तथा वैज्ञानिक तरीके से खादो का प्रयोग करवाने हेतु विशेष परियोजना लाने की आवश्कता है इसके लिए जर्मनी की संस्था जी आई जेड को सहयाता करने बारे भी बागवानों ने आवाज उठाई बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा क्षेत्र के बागवान डिंपल पानजटा अध्यक्ष एन जी ओ, शिव सिंह ,भगत सिंह ठाकुर, डा आगर दास,राज पाल,शिश्मा शर्मा ,सुंदर बाला मोजूद रहे! इसके अलावा बागवानी विभाग से डा कुशाल सिंह मेहता , सी पी आर आई से डा विनोद ,कृषि विभाग से प्रीत पाल , मृद्धा सरक्षण विभाग से डा सैनी,जलशक्ति विभाग से Er महन्त विशेष रूप से उपस्थित थे अंत में केंद्र की वैज्ञानिक ईबा जनई कुरवाह ने धन्यवाद प्रस्तुत किया!