लंच डिप्लोमेसी: राजस्थान कांग्रेस की उठापटक के बीच हिमाचल के राजनीतिक धुरन्धर ने दिया भोज

एक्टिव मोड़ में वीरभद्र, भोज के बहाने आजमाया अपना राजनीतिक रसूख, कांग्रेस की राजनीतिक दिशा व दशा तय करने में महत्वपूर्ण रहेगा कार्यक्रम

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। एक तरफ जहां कांग्रेस राजस्थान में सत्तासीन होने के बावजूद डांवाडोल स्थिति में पहुंच गई है तो वहीं हिमाचल में राजनीति के धुरंधर ने भोज दे सियासी हलचल तेज कर दी है। हिमाचल की राजनीति के महानायक माने जाने वाले वीरभद्र सिंह ने अपनी राजनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी है। भोज के बहाने उन्होंने अपने राजनीतिक रसूख को आजमाया है। इस के जरिये आगामी विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि और राजनीतिक बिसात सजने लगी है। कहने को तो ये सिर्फ भोज था। लेकिन इसमें किस किस नेता ने शिरकत की और किसने इसे नजरअंदाज किया, ये सब आने वाले दिनों में कांग्रेस की राजनीतिक दिशा व दशा तय करेगा।
राजस्थान की बात करें तो यहां अशोक गहलोत सरकार अपने ही युवा नेता के कारण अल्पमत में आने वाली है। यहां सचिन पायलट सोमवार को कांग्रेस से बागी हुए 30 विधायकों संग भाजपा में शामिल हो सकते है। इस वक़्त सचिन पायलट इन 30 विधायकों के साथ दिल्ली ही में ठहरे हुए हैं।
वहीं हिमाचल में वीरभद्र सिंह का दिया भोज अपने आप मे कई सवालों के जवाब भी दे गया है। इस भोज के जरिये वीरभद्र सिंह ने अपने  कार्यकर्ताओं तक दो बातें तो बिल्कुल स्पष्ट पहुंचा दी है। पहली बात इस भोज के जरिए उन्होंने पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर का खुला समर्थन कर डाला है। मतलब साफ है कि वे राठौर की कार्यप्रणाली से संतुष्ट है और चाहते हैं कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस उन्हें गंभीरता से लें।
दूसरी बात इस से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस भोज के जरिये उन्होंने कांग्रेस की 2022 के विधानसभा चुनावों की राजनीतिक जमीन भी तलाशनी शुरू कर दी है। अभी से सत्ता परिवर्तन की आस में वीरभद्र सिंह ने इस भोज कार्यक्रम के जरिये अपने साथ खड़े होने वाले और न खड़े होने वालों में स्पष्ट अंतर ढूंढ निकाला है। इस भोज में जहां उनके समानांतर गुट खड़ा करने की कोशिशों में लगे ठाकुर कौल सिंह और उन्हें समर्थन देने वाले नेता यहां नही पहुंचे तो वहीं एक समय उनके खासमखास समझे जाने वाले सुधीर शर्मा व कई अन्य नेताओं का न आना भी वीरभद्र सिंह के सियासी रुतबे को ठेस पहुंचा गया है।
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पूर्व सीएम के बुलावे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स भी पहुंचे। इस लंच डिप्लोमेसी में कांग्रेस विधायकों, पूर्व विधायकों और पिछले चुनाव लड़े प्रत्याशियों को भी निमंत्रण दिया गया था।
पिछली बात करें तो वीरभद्र प्रदेश की किसी भी सरकार के ढाई साल के पूरा होने के बाद एक्टिव मोड पर आ जाते हैं। वह प्रदेश कांग्रेस की राजनीति, विधानसभा चुनाव में टिकटों के आवंटन समेत तमाम मामलों में दखल रखते थे। हालांकि, बीच में वह अस्वस्थ भी रहे। पिछले दो चुनाव में उनके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव रहे हैं। इसके बावजूद हिमाचल की सियासत उनकी अंगुलियों के इशारों पर ही नाचती रही है।
बीच में माना जा रहा था कि वह सक्रिय राजनीति में अबकी शायद न आएं, मगर उनके एकाएक एक्टिव मोड में आने के बाद कांग्रेस की सियायत में हलचल पैदा हो गई है। वीरभद्र सिंह का जन्मदिन 23 जून को था। भोज इस उपलक्ष्य के ढाई सप्ताह के बाद हो रहा है। पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा कभी उनके खास सिपहसालारों में माने जाते थे, लेकिन भोज में उनका न आना कई संकेत दे गया है। इस से पहले कौल सिंह ठाकुर के शिमला में ही दिए गए भोज पर वे कांगड़ा से पहुंच गए थे। यहां न पहुंच पाना कई चर्चाओं का बाजार गर्म कर रहा है। पूर्व मंत्री जीएस बाली तात्कालिक तनातनी के बावजूद वीरभद्र का साथ देते आए हैं, वह भी नहीं पहुंचे।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र के निमंत्रण पर प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स सिंह कांग्रेस के 12 विधायक इस लंच डिप्लोमेसी में पहुंचे। इनमें नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, विधायक राजेंद्र राणा, मोहन लाल बरागटा, कुलदीप पठानिया, पवन काजल, नंद लाल, जगत सिंह नेगी, हरीश जनारथा, ठाकुर सिंह भरमौरी, चन्द्र कुमार, विनय कुमार, केवल सिंह पठानिया, चेतराम मंडी, पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा, प्रकाश चौधरी, जगजीवन पाल, संजय रत्न, गंगू राम मुसाफिर, ज्वालाजी से  संजय रतन, इंद्र दत लखनपाल, अजय बहादुर,सुंदर सिंह ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह, विनय कुमार, हरीश जनारथा व आदित्य विक्रम और यशवंत छाजटा शामिल थे।
इसके बाद कांग्रेस नेता दोपहर बाद तीन बजे तक हॉली लॉज में जुटे रहे। इस दौरान पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने गानों और नाटी से का पार्टी नेताओं को मनोरंजन भी किया।

होली लॉज में अपने चिर परिचित अंदाज में नाती डालते पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी
होली लॉज में अपने चिर परिचित अंदाज में नाती डालते पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि इस दौरान कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सिर्फ भोज के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया है। इस दौरान कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई।

इन नेताओं को था निमंत्रण पर नही पहुंचे

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एआईसीसी महासचिव आशा कुमारी, पूर्व मंत्री विप्लव ठाकुर, चंद्रेश कुमारी, विधायक राम लाल, सुजान सिंह पठानिया, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, धनी राम शांडिल, हर्षवर्धन चौहान, सुधीर शर्मा, सतपाल रायजादा, लखविंद्र राणा, आशीष बुटेल, कुश परमार, मनसा राम, रणजीत सिंह वर्मा, ठाकुर नत्था सिंह, हरभजन सिंह भज्जी, रवि ठाकुर, अजय महाजन, राकेश कालिया, रोहित ठाकुर, सोहन लाल ठाकुर, सुभाष मंगलेट, सोहन लाल कसुम्पटी, करणेश जंग, किशोरी लाल, तिलक राज शर्मा, सुरेंद्र पाल ठाकुर, कुलदीप सिंह पठानिया (हमीरपुर), खूब राम, राम कुमार चौधरी, बंबर ठाकुर, यादवेंद्र गोमा आदि के भोज का निमंत्रण था।