आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: पालीटेक्निक कॉलेज के प्रशिक्षु अंकित कुमार की हत्या उसके पड़ोस के एक घर में की गई थी। पुलिस ने घर से कुल्हाड़ी, दराट और चौपर (सब्जियां और मीट काटने वाला औजार) बरामद किया है। मामले में प्रशिक्षु के दो चचेरे भाई, छोटे चचेरे भाई की पत्नी और चाचा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों परिवारों के बीच पुरानी रंजिश हत्या का कारण हो सकती है।
हालांकि, मामले में अवैध संबंध की भी चर्चाएं चल रही हैं। शनिवार को आरोपी चमन लाल (35) पुत्र देवी राम, हेमराज (34) पुत्र देवी राम, किरण कुमारी पत्नी हेमराज, देवी राम (66) निवासी गांव समोह को झंडूता अदालत से पेश किए गए। यहां से उन्हें छह दिन की रिमांड पर भेजा गया है। पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ने बताया कि झंडूता के समोह गांव में 21 जुलाई को अंकित के शरीर का निचला हिस्सा मिला था।
वह 14 जुलाई से लापता था। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 19 जुलाई को दर्ज करवाई थी। 22 जुलाई को घर से करीब 300 मीटर दूर अंकित के शरीर का ऊपरी हिस्सा बरामद हुआ। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना से साक्ष्य जुटाए। मृतक के पड़ोस में एक घर की तलाशी ली गई। घर के एक कमरे में खून के धब्बे, तेजधार हथियार और ट्रंक मिला। इस पर भी खून के धब्बे थे। चार लोगों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर उनके बयानों में तालमेल नहीं था।
महिला के मोबाइल से कुछ ऐसा डाटा मिला, जो मृतक से जुड़ा था। इस परिवार में एक और महिला है, लेकिन जांच में पता चला है कि वह वारदात के समय घर पर मौजूद नहीं थी। मृतक के पिता ने भी इन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। संभावना है कि मृतक की हत्या 14 जुलाई को एक बंद कमरे में की गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक का मोबाइल अभी नहीं मिला है। आरोपी मीट की दुकान चलाते हैं। फोरेंसिक टीम ने कमरे से सैंपल एकत्रित किए हैं।