यहां के लोगो के लिए आफत बनकर आती है बरसात
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
नाहन। प्रदेश की हर सरकार विकास के नए-नए दावे करती नहीं थकती मगर जमीनी हकीकत इन दावों से न केवल कोसों दूर है बल्कि आए दिन ऐसे स्थानों से आने वाली तस्वीरें इन दावों की पूरी पोल खोलकर रख देती है। अक्सर ऐसे वीडियो सामने आते हैं, जिसमें सडक़ की सुविधा न होने पर मरीजों को चारपाई या पालकी में बिठाकर ढोते देखा होगा। ऐसी ही हैरान करने वाली कुछ तस्वीरें नाहन से आई हैं।
https://youtu.be/33_J4HG82Z0
रेणुका विधानसभा की छछेती पंचायत से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, धरातल की सच्चाई को उजागर कर रहा है। यहां करीब 3 किलोमीटर तक एक शव को डंडों से बांधकर ढोने की मजबूरी थी। एक हादसे में 58 वर्षीय चालक दर्शन सिंह ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था, जो छछेती क्षेत्र की क्यारी पंचायत का रहने वाला था। सालों से आज तक तीन गांवों क्यारी, ढाडूवा व कायला के लोगों को सडक़ नसीब नहीं हुई है। ददाहू से खाली अछौण-बाड़ी तक सडक़ बननी थी, मगर इसका निर्माण खाली अछौण तक ही हुआ है। शव को ले जाने के लिए दूसरा विकल्प छछेती से तीन किलोमीटर घने जंगल की पैदल यात्रा थी। लिहाजा, चालक के शव को नदी से ही पार करवाने का विकल्प चुना गया।
पहले ग्रामीण नदी के साथ-साथ रास्ते का निर्माण कर लेते थे, लेकिन वो भी भू-स्खलन की चपेट में आने लगा है आमतौर पर स्कूली बच्चे भी यहां जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं जिसकी यह तस्वीरें गवाही दे रही है लगभग 300 की आबादी एक तरह से काले पानी का जीवन व्यतीत कर रही है। लाजमी तौर पर आप यह भी सोचकर सिहर उठेंगे कि इन लोगों को अगर कोई एमरजेंसी हो जाए तो क्या होगा।