नेरचैक मेडिकल काॅलेज में शीघ्र ही प्री फेब्रिकेटिड कोविड अस्पताल बनकर होगा तैयार

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला।  मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज परिधि गृह मण्डी में कोविड-19 से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों का जायजा लेने के बाद कहा कि जिला में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आई है, लेकिन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किये जा रहे प्रयास, सजगता और संवेदनशीलता को बनाये रखना अनिवार्य है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि नेरचैक मेडिकल काॅलेज में शीघ्र ही प्री फेब्रिकेटिड कोविड अस्पताल बनकर तैयार हो जायेगा, जिससे आवश्यकता होने पर मरीजों के लिए बिस्तर क्षमता में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 के लिए समर्पित बिस्तरों, आक्सीजन सिलेंडरों, ड्रग्स किट आदि की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने तथा प्रदेशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गंभीरता से प्रभावी कदम उठाये गये हैं, जिसके परिणाम स्वरूप आज न केवल मण्डी में बल्कि पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ग्राफ में गिरावट आई है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि वैक्सीन उपलब्ध होने के उपरांत की आगामी कार्य योजना तैयार कर ली गयी है। जिला में संक्रमण की स्थिति नियंत्रित होने पर भविष्य में नेरचैक मेडिकल काॅलेज में ओ.पी.डी. आरंभ करके लोगों को सुविधा प्रदान की जायेगी।

उन्होंने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर परस्पर दूरी बनाए रखने, फेस मास्क का प्रयोग करने तथा विभिन्न समारोहों में 50 से अधिक संख्या में एकत्रित न होने आदि नियमों का गंभीरता से पालन करके कोरोना संक्रमण को रोकने में सहयोग देने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में आरंभ हिम सुरक्षा अभियान अब 4 जनवरी तक चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिला मण्डी में 28 दिसम्बर तक लगभग दस लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी हैं। अभियान के अंतर्गत कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगने के साथ-साथ टीबी, कुष्ठ, मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियों के लक्षणों के बारे में सूचना प्राप्त हो रही है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिला में रिकवरी रेट 93.38 प्रतिशत है तथा कुल 521 एक्टिव केस हैं। उन्होंने कोविड-19 से संक्रमित रोगियों को अन्य बीमारियां होने की स्थिति में दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नेरचैक मेडिकल काॅलेज में रोगियों के लिए प्राइवेट रूम बनाने के लिए भी शीघ्र प्राकल्लन तैयार करने के निर्देश दिए।

बैठक में उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने जिला में कोरोना संक्रमण की स्थिति तथा किये जा रहे कार्यो बारे विस्तृत जानकारी दी।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. देवेन्द्र शर्मा, प्रधानाचार्य, नेरचैक मेडिकल काॅलेज डाॅ. आर.सी. ठाकुर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जीवा नंद तथा जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. दिनेश ठाकुर उपस्थित थे।

इसके पश्चात, मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने गत तीन वर्षो मंे लोक निर्माण विभाग के माध्यम से किए गए विकास कार्यो की समीक्षा की और निर्माणाधीन परियोजनाओं को निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने बैठक में विभिन्न परियोजनाओं के तहत रखी गई 152 आधारशिलाओं के कार्य पर चर्चा की, जिनमें 39 भवनों, 53 सड़कों तथा 20 पुलों के निर्माण कार्य शामिल हैं। उन्होंने अब तक की गई कुल 129 घोषणाओं के कार्य बारे समीक्षा भी की, इसमें से 113 घोषणाओं के कार्य पूर्ण हो चुके हंै तथा 16 कार्य प्रगति पर हंै। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 275 परियोजनाओं, नाबार्ड की 60 परियोजनाओं तथा सीआरएफ के तहत होने वाले कार्यो के बारे में भी चर्चा की।

बैठक में उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, अधीक्षण अभियंता विजय चैधरी और जिला के सभी उपमंडलों के अधिशाषी अभियंता उपस्थित थे।