नई शिक्षा नीति के तहत पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चें अपने विषय का स्वयं करेगें चयन, पढ़ने के लिए नहीं किया जाएगा मजबूर

 

आदर्श हिमाचल ब्यूरोे

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शिमला। नई शिक्षा नीति के तहत पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों की जिस विषय में रुचि होगीए उस विषय का चयन कर प्राथमिकता के आधार पर अपनी मातृ भाषा को पढ़ सकते हैं। इस नई नीति के तहत बच्चों को किसी भी विषय के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस नीति के तहत बच्चों को पाठ्यक्रम से लेकर व्यवसायिक कोर्स तक सभी सुविधाएं प्रदान की जाएगी।

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ तथा हिमाचल प्रदेश महाविद्यालय शैक्षिक संघ द्वारा सचिवालय में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर वेबिनार के माध्यम से पूरे प्रदेश के जिलों के शिक्षक संघों के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि युवा मस्तिष्कों को तेजस्वी बनाकर धरती और समस्त ब्र हाण्ड में उसे सशक्त संसाधन के रूप में विकसित करना शिक्षा और अध्यापन कार्य से जुड़े लोगों का ध्येय होना चाहिए।

मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हिमाचल सरकार इस नई शिक्षा नीति को सबसे पहले लागू कर पूरे देश में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति के तहत छात्र एवं छात्राओं को किसी भी तरह का मानसिक दबाव नहीं पडे़गा। देश में कोई भी विद्यार्थी अपने देश की दो भाषाओं के साथ किसी एक विदेशी भाषा में भी पढ़ाई कर सकता है।