रकार फल, सब्जी, दूध व अनाज पर दें किसानों को समर्थन मूल्य: सिंघा
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल किसान सभा जिला शिमला इकाई के रामपुर में आयोजित अधिवेशन में जिला के सभी आठ खण्ड इकाईयों से लगभग 80 सदस्यों ने हिस्सा लिया। मार्च के पहले सप्ताह में सभी खण्डों में किसान पंचायतें एवं अधिवेशन आयोजित किए जाएंगे तथा 15 मार्च को प्रत्येक खण्ड में विभिन्न किसान संगठनों को शामिल करके व्यापक प्रदर्शन किए जाएंगे।
जिला अधिवेशन में कृषि कानूनों पर जानकारी देते हुए हिमाचल किसान सभा के राज्य कार्यकारी सचिव डाॅ. ओंकार शाद ने कहा कि मोदी सरकार ने बड़े काॅरपोरेट के पक्ष में इन कानूनों को लाया है जबकि किसानों की तो हमेशा से ही न्युनतम समर्थन मूल्य की मांग रही है। प्रदेश में किसान सभा दूध के दाम को बढ़ाने की लम्बे समय से मांग कर रहा है।
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डाॅ शाद ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में किसी भी बाजारू फसल के लिए समर्थन मूल्य नहीं दिया जाता है। प्रदेश में जो फसलें बहुतायत में तथा बाजार के लिए पैदा की जाती है उनमें से किसी भी फल, सब्जी, दूध, अनाज आदि के लिए समर्थन मूल्य नहीं मिलता है तथा न ही कोई सरकारी खरीद हेतु प्रोक्योरमेंट केन्द्र बने हैं। आज तक रही सरकारों ने किसानों के साथ ठगी ही की है।
किसान सभा के राज्य महासचिव एवं विधायक राकेश सिंघा ने जानकारी दी कि भाजपा की सरकारों ने जनहितकारी कानूनों को खत्म करने की योजना तो पहले से ही बनाकर प्रक्रिया शुरू कर दी थी। उदाहरणतया पिछले बजट सत्र में ही प्रदेश सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम को 22 कानूनों के साथ ही खत्म कर दिया था।
बहुत ही सुनियोजित तरीके से लाॅकडाउन का लाभ उठाकर केन्द्र सरकार ने बड़े काॅरपोरेटों की मदद की तथा किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया। सिंघा ने कहा कि सरकार को इन काले कानूनों को वापस लेना ही होगा अन्यथा किसान इनका बोरी बिस्तर पैक करने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ेगा। इन कानूनों के लागू होने से किसान और किसानी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी।
सिंघा ने बताया प्रदेश का बागवान पहले ही एपीएमसी की कमजोरियों के चलते लुट चुके हैं जिनके करोड़ों रुपये ख्ुले बाजार के आढ़तियों ने लूट कर रफूचक्कर हो गए। बागवानों के आन्दोलन के बाद ही एस.आई.टी. गठित करवाने के बाद करीब 14 करोड़ रुपये बागवानों को मिल पाए हैं।
डाॅ ओकार शाद ने खण्ड कमेटियों से आए प्रतिभागियों को संगठन निर्माण के टिप्स दिए तथा सदस्यता बढ़ाने और अन्य किसान संगठनों को जोड़ने की भी अपील की। जिलाध्यक्ष सत्यवान पुण्डीर ने जानकारी दी कि 1 से 10 मार्च तक सभी आठ खण्डों में किसान अधिवेशन एवं किसान पंचायतें आयोजित की जाएंगी तथा 15 मार्च को हस्ताक्षर अभियान चलाते हुए तथा विभिन्न किसान संगठनों को शामिल करते हुए व्यापक प्रदर्शन किए जाएंगे। इसी बीच किसान सभा की सदस्यता एवं प्राथमिक इकाईयों को गठित किया जाएगा।
इस अवसर पर अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा तैयार की गई तीन पुस्तिकाओं को कार्यकर्ताओं एवं सदस्यों को बेचा गया जिससे वो इन कानूनों बारे अपनी समझ को पुख्ता कर सकें। इस अवसर पर जिला परिषद पूर्ण ठाकुर, सचिव देवकीनंद, सुखदेव चैहान, राकेश वर्मा, जयशिव ठाकुर, विश्वनाथ शर्मा, रामलाल, जगदीश शर्मा, प्रो. राजेन्द्र चैहान, केशव राम वर्मा, ओम प्रकाश निराला, दयाल सिंह, गुलाब चंदेल, आदि किसान प्रतिनिधियों ने चर्चा की।