बजट अभिभाषण में बताईं योजनाएं धरातल पर नहीं देती दिखाई, चुनावों में लोग लगाएंगे तड़का: आशा कुमारी

कहा, पहले जुबानी तो अब सरकारी फरमान निकाल मुख्यमंत्री डरा रहे कर्मचारियों को

कांग्रेस विधायक आशा कुमारी
कांग्रेस विधायक आशा कुमारी

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में जिन योजनाओं का जिक्र किया गया है, धरातल पर एक भी योजना दिखाई नही देती है। बजट अभिभाषण में पिछले एक साल के दौरान किये गए कार्यों का उल्लेख व समीक्षा होती है लेकिन सदन में राज्यपाल द्वारा पढ़ें गए अभिभाषण में ऐसा कुछ भी नही है।

 

वहीं उन्होंने सरकार द्वारा कर्मचारियों के धरने प्रदर्शन पर जारी अधिसूचना को गलत बताया और कहा कि सरकार अपने ही कर्मचारियों को धमका रही है। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री ने मीडिया में जुबानी तौर पर सरकारी कर्मचारियों को धमकाया तो अब सरकारी फरमान जारी कर उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है जो कि सरासर गलत है।

 

उन्होंने कहा कि बजट अभिभाषण में सरकार ने तो तो बेरोजगारी जैसे गंभीर विषय को कोई जिक्र किया है नहि इसमें कोई उपयोगितापूर्णबात कही गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्यपाल अभिभाषण को ओल्ड पेंशन स्कीम का समाधान नहीं निकाला जा रहा। यही अन्य मामलों की बात है। आशा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सदन में मजाक में कहा कि अल्बर्ट पिंटो को आजकल गुस्सा क्यों आता है। हंसते हुए सफाई दी कि यह एक फिल्म का डायलॉग है। कहा कि मुख्यमंत्री जयराम आजकल खूब गुस्से में हैं।

उन्होंने सदन में महंगाई का मुद्दा भी उठाया। कहा कि सरसों तेल की रिफाइनरी का काम अडानी के पास है, इसलिए इसके  रेट बढ़ गए हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार 150 रुपये में सरसों तेल उपलब्ध करवा रही है। रिफाइंड पर भी सब्सिडी दे रहे हैं। आशा ने सवाल उठाया कि यह सरकार की कैसी नीति है कि कोई शराब पीकर मरेगा तो आठ लाख कोई कोरोना से मरेगा तो 50 हजार दिए जाएंगे।