प्रधानमंत्री ने दिल्ली से किया पीएम विश्वकर्मा योजना और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का शुभारंभ

 देश के 70 स्थानों से वर्चुअल माध्यम से जुड़े लोग, अनुराग ठाकुर ने गेयटी थिएटर शिमला से लिया भाग

प्रधानमंत्री ने दिल्ली से किया पीएम विश्वकर्मा योजना और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का शुभारंभ
प्रधानमंत्री ने दिल्ली से किया पीएम विश्वकर्मा योजना और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का शुभारंभ

बोले…. 13 हजार करोड़ की पीएम विश्वकर्मा योजना से होगा देश के शिल्पकारों का कौशल निर्माण 

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

 

शिमला ।  केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं युवा मामले व खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि आज विश्वकर्मा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से 13 हजार करोड़ रूपए की पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ किया है जोकि देश के शिल्पकारों को मान सम्मान देने की पहल है और इस योजना से उनका कौशल निर्माण होगा। अनुराग ठाकुर आज यहाँ गेयटी थियेटर शिमला से पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ में वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।

 

 

उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के द्वारा कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी। यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पहली बार में 18 पारंपरिक व्यापारों को शामिल किया गया है जिसमें बढई, नाव निर्माता, लोहार, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, पत्थर तराशने वाला, चर्मकार, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाला, खिलोने बनाने वाला, नाइ, मालाकार, धोबी, दरजी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल हैं।

 

 

प्रधानमंत्री ने दिल्ली से किया पीएम विश्वकर्मा योजना और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का शुभारंभ
प्रधानमंत्री ने दिल्ली से किया पीएम विश्वकर्मा योजना और यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का शुभारंभ

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा याअपने हाथों  एवं औजारों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा परिवार-आधारित पारंपरिक कौशल के अभ्यास को मजबूत और पोषित करना है। इस योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि विश्वकर्मा घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत हों। इस आयोजन का शुभारंभ देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए गेम चेंजर साबित होने की उम्मीद है।

 

 

उन्होंने कहा कि योजना के तहत सफलतापूर्वक किये गए पंजीकरण और सत्यापन के पश्चात लाभार्थी को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र तथा पहचान पत्र प्रदान किया जायेगा। कौशल सत्यापन के पश्चात लाभार्थी को 15 हजार रुपए का टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान किया जायेगा। लाभार्थी को 500 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से स्टाईपेंड के साथ आधारभूत कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। आधारभूत कौशल प्रशिक्षण के पश्चात लाभार्थी 18 माह की पुनर्भुगतान अवधि के साथ 1 लाख रुपए तक का कोलेटरल मुक्त ऋण प्राप्त करने के लिए पात्र होगा। लाभार्थी आधारभूत कौशल प्रशिक्षण को पूरा करने के पश्चात 500 रूपए प्रति दिन के स्टाइपेंड के साथ उन्नत कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है। कौशलयुक्त लाभार्थी जो मानक ऋण खाते का रखरखाव करता है तथा जिसने डिजिटल लेनदेन को अपनाया है अथवा जिसने उन्नत कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वह 30 माह की पुनर्भुगतान अवधि के साथ ऋण की 2 लाख रुपए तक की दूसरी किस्त प्राप्त कर सकता है।

 

 

उन्होंने बताया कि लाभार्थी की डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए 1 रूपए प्रति लेनदेन की दर से अधिकतम 100 लेनदेन (मासिक) के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त, लाभार्थी की गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, ई-कॉमर्स और जेम प्लेटफार्म पर शामिल होने, विज्ञापन, प्रचार एवं अन्य कार्यकलापों के रूप में विपणन सहायता प्रदान की जाएगी ताकि घरेलु और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ उनके संपर्क को और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि यह योजना अगले 4 साल के लिए जारी रहेगी।

 

 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज के समय में कौशल नहीं तो कुछ नहीं। आज जिस इंसान के पास कौशल है, वह औरों से ज़्यादा कमा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर वर्ष 2 लाख करोड़ रूपए का सामान देश के शिल्पकारों से जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदती है। उन्होंने कहा कि इस देश में 65 प्रतिशत युवा हैं और इन युवाओं की ताकत की इस देश और दुनिया को आगे लेकर जाएगी। उन्होंने सभी से मेरा माटी मेरा देश कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने और अमृत कलश यात्राएं निकाल कर विभिन्न स्थानों से मिटटी एकत्रित करने का आह्वाहन किया। उन्होंने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत सभी उपस्थित लोगों को शपथ भी दिलाई।

 

 

अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई दी और उनके लम्बे और स्वस्थ जीवन की कामना की। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा कि हमारे देश में योग्यता और क्षमता की कमी नहीं है। केवल प्रोत्साहन की आवश्यकता है और इस दिशा में पीएम विश्वकर्मा योजना बेहद कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना का शुभारम्भ प्रधानमंत्री ने दिल्ली से किया और देश के 70 स्थानों से लोग इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत देश बहुत मजबूत है जिसके उदाहरण जी-20 सम्मेलन का सफल आयोजन और चाँद पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग है।

 

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लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि आज का दिन बेहद विशेष दिन है। उन्होंने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है जो देश के शिल्पकारों  और कारीगरों को सम्मान और उनका कौशल विकास करेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना की घोषणा प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2023 को की थी और आज इसका लोकार्पण किया जा रहा है।

 

 

इस अवसर पर राज्य निदेशक नेहरू युवा संगठन ईरा प्रभात ने स्वागत सम्बोधन प्रस्तुत किया और पीएम विश्वकर्मा योजना बारे जानकारी साझा की।  जिला युवा अधिकारी मनीषा शर्मा ने कार्यक्रम में पधारने पर सभी का धन्यवाद किया।  कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार, विधायक बलवीर वर्मा और जनकराज, पूर्व मंत्री सुरेश भरद्वाज, मंडल आयुक्त संदीप कदम, अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।  कार्यक्रम से पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत आयोजित कलश यात्रा में भाग लिया और रक्तदान शिविर में जाकर रक्तदान करने वालों का हौंसला बढ़ाया।