वनों में लगने वाली आग बुझाने की जिम्मेदारी अब महिला मंडलों के हाथ में 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। वन मण्डल श्री रेणुका जी महिला मंडल द्वारा वनों को आग लगने से बचाने के लिए जागरुक अभियान शुरू किया गया है इस दौरान महिला मंडलों को वनों में लगने वाली आग बुझाने की जिम्मेदारी और जागरूकता अभियान के लिए तैयार किया जा रहा है। इस मौके पर ग्रामीणों को जंगलों में आग लगने की घटनाओं के कारणों के अलावा जंगलों की सुरक्षा और रोकथाम के लिए जरूरी उपायों की जानकारी दी गई।
महिला द्वारा जानकारी दी गई कि जंगलों में गर्मियों में अधिकतम आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं। उन्होंने बताया कि चीड़, देवदार, रई के पौधे तेजी से आग पकड़ते हैं। सूखी घास, चीड़ की सूखी पत्तियां सूरज की तेज़ किरणों से आग पकड़ सकती हैं। आग धीरे-धीरे सुलगती है और देखते-देखते मीलों फैले जंगल राख होने लगते हैं। आग लगने से प्राकृतिक सम्पदा तो नष्ट हो रही है साथ ही जीव प्राणी की जान को भी खतरा रहता है। आग को काबू में करना बहुत ही मुश्किल होता है
लोगों को प्राकृतिक सम्पदा व वनों को आग से बचाने के लिए जागरूक करने के लिए एक रैली भी निकाली गई और साथ में वनों को आग से बचाने और वनों की सुरक्षा का संकल्प भी लिया। वही इस दौरान डीएफओ उर्वशी ने कहा कि वन हमारी संपदा है इन्हीं से जीवन है इसलिए इन्हें बचाने के लिए विशेष तौर पर आग से इस वन संपदा को बचाने के लिए सभी लोग एकजुट होकर काम करें सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।
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