शनि व सूर्य का समसप्तक योग कराएगा राजनीकि उथल-पुथल – पंडित डोगरा

गुरू चंडाल योग बिगाड़ेगा किसी बड़े नेता की तबीयत

जानेमाने अंक ज्योतिष एवं वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशिपाल डोगरा
जानेमाने अंक ज्योतिष एवं वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशिपाल डोगरा
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला। जाने – माने अंक ज्योतिष एवं वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशिपाल डोगरा शुरू हो रहे अगस्त माह में ग्रहों के मुताबिक होने वाले उतार चढ़ाव के बारे में भविष्यवाणी की है। आइए जानते हैं कैसा रहेगा अगस्त का महीना आम सबके लिए। पंडित शशिपाल डोगरा के अनुसार 2023 का अगस्त महीने का 8 अंक बनता है। 8 अंक न्याय के देवता शनि का है। शनि कर्मों के हिसाब से फल देता है। ऊपर से अधिकमास/ मलमास चल रहा है जो 16 अगस्त तक है। सूर्य कर्क राशि से सिंह राशि में 17 अगस्त को प्रवेश करेगा। 1 + 7 = 8 अंक जो शनि का ही है।

यह प्राकृतिक प्रकोपों से जन, धन एवं संपदा की हानि होगी। कुछ देशों का भूगौलिक परिवर्तन होगा व राजनीतिक अस्थिरता पैदा करेगा। पंडित डोगरा ने बताया कि इस दौरान कुछ प्रदेशों में उपद्रव, आतंकी विस्फोट व हिंसक घटनाएं घटित हो सकती हैं। सूर्य का सिंह राशि अपनी राशि में बैठना व शनि का कुंभ राशि में आज कल वक्री अवस्था में रहना शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने बताया कि शनि व सूर्य का समसप्तक योग बन रहा है। दोनों ही आपस में शत्रु हैं। जहां सूर्य सत्ता का कारक है वहीं शनि न्याय का कारक है। शनि उस लिहाज से उथल पुथल का कारक है।

पंडित डोगरा ने कहा कि इन सब ग्रहों के प्रभाव के चलते सत्ता में बैठे लोगों को खासी परेशानी में डालेगा। सत्ता के बड़े नेताओं के आसपास के लोगों, शुभचिंतकों व सलाहकार से छवि खराब होने की संकेत हैं। सत्ता और शीर्ष पर विराजमान लोगों को इस संकेत को समझना होगा और जल्द सुधारवादी प्रयास करने चहिए। वरना गहरे संकट में फंसने की संभवना है।
पंडित शशिपाल डोगरा ने कहा कि सूर्य शनि का समसप्तक योग कुछ इलाकों में सूखा तो कुछ में भयंकर वर्षा से बाढ़ का प्रकोप रहेगा। उन्होंने कहा कि पहली अगस्त, 2023 से 16 सितंबर 2023 तक का समय काफी कठिन परिस्थिति वाला होगा। 13 अगस्त को मंगल का कन्या राशि में प्रवेश के कारण गुरु व राहु पर शनि व मंगल की दृष्टियां का आना कुछ देशों में सैनिक टकराव देगा। पंडित डोगरा ने बताया कि हमारे देश में इसका असर राजनीतिक पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप भरा माहौल बनाने का काम करेगा।
हिमाचल की बात करें तो यहां भी राजनीति में नेता आपस में उलझ के रह जाएंगे और तालमेल की कमी देखने को मिल सकती है। नेताओं की वाणी पर संयम नहीं रहेगा। गुरु चांडाल योग पर मंगल व शनि की दृष्टि के कारण किसी बड़े नेता का अचानक स्वस्थ बिगड़ सकता है। बाकी सर्वज्ञ तो ईश्वर है।
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