पहाड़ों का पसीना कहे जाने वाले शिलाजीत की कोरोनाकाल में बढ़ी मांग

हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र के चंद पहाड़ों पर मौजद है शिलाजीत, पुश्तों से इस धंधे में लगे लोगो ने पहाड़ों से शिलाजीत निकालने का काम किया तेज

विशेषर नेगी
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रामपुर। औषधीय गुणों से युक्त शिलाजीत  की मांग कोरोनाकाल में बढ़ते
देख   पुश्तैनी इस धंधे  से जुड़े  लोगो ने  पहाड़ो से शिलाजीत निकालने का काम तेज कर दिया है।  विकट पहाड़ो से पसीने के रूप में  निकलने वाला  यह पदार्थ  आयुर्वेद के अनुसार त्रिदोशामक है ।  यानी वात पीत कफ के दोष को दूर करता है।   शिलाजीत चार प्रकार का होता है ए  स्वर्ण, रजत, तामर और  लोह।  लेकिन हिमाचल के  पहाड़ो पर लोह और ताम्र शिलाजीत पाया जाता है। शिलाजीत बहुत कम स्थानों पर विकट और जोखिमपूर्ण   चट्टानों पर  होता है
जिस कारण  इसे निकालाना काफी मुश्किल होता है। हिमाचल के  ऊपरी क्षेत्र में  शिलाजीत निकालने के बाद  दो प्रकार से शोधन किया जाता है। चट्टानों से पत्थरो  को तोड़ कर निकालने के बाद पानी में टुकड़ो को  रखा जाता है। ताकि शिलाजीत गुल जाए।  उस के बाद शिलाजीत वाले पानी को दो प्रकार से सूखा कर शोधन किया जाता है।  एक विधि आग से उबाल कर सुखाना जिसे अग्नि तापी कहते है जबकि एक विधि शिलाजीत वाले पानी को धुप में रख कर सुखाया
जाता है।

पानी को शोधन के लिए कई बार  कपड़ छान किया जाता है ताकि पत्थर मिटटी के कण इस में न रहे। विशेषज्ञों के अनुसार इसमें आयरनए ज़िंक, मैग्नीशियम समेत 85 से अधिक खनिज तत्व पाए जाते है। इन सभी खनिज तत्वों की वजह से मनुष्य के शरीर में रक्त का संचार बढ़ जाता है और  रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।  चरक सहिता  के अनुसार इसे अन्य गुणकारी औषधियों के साथ लेने से उस के प्रभाव को और अधिक बढ़ाता है। इसके इस्तेमाल से मनुष्य के तंत्रिका तंत्र को ठीक रखने में भी सहायता मिलती है, जिसकी वजह से यह अलज़ाइमर, डिप्रेशन और दिमाग़ के लिए लाभदायक है ।
पुश्तैनी शिलाजीत निकलने का कार्य कर रहे लीला चंद ने बताया
दुर्गम और कठिन पहाड़ो पर शिलाजीत निकलता है मुश्किल से निकालना पढता है। शिलाजीत चार प्रकार के होते है लेकिन यहाँ दो प्रकार के है।

उन्होंने बताया चोट छाती दर्द  गिरा हो जोड़ो दर्द में सहायक है।  कोरोना काल शिलाजीत लेंगे तो बीमरी से दूर रहेंगे।
लोकेन्द्र ने बताया आज वे शिलाजीत निकालने आये है। यह काम दादा के समय से उन का परिवार कर रहा है। उन्होंने बताया शिलाजीत बहुत ऊँची चट्टानों में होता है। शिलाजीत के फायदे बहुत है शरीर की अंदरूनी कमजोरी को दूर करता है।

नेपाली मज़दूर महादेव ने बताया वे शिलाजीत निकालने का  काम कर रहे है। इसे निकलना बहुत मुश्किल  होता है। शिलाजीत एक उत्तम घरेलू दवा है।

डॉ सुमेश कटोच ने बताया आयुर्वेद शास्त्र के अनुसार शिलाजीत रोग
प्रतिरोधक शमता बढ़ाने में सहायक है।  त्रिदोशामक होने के साथ दवाई लेते हुए उस के गुणों में और बढ़ोतरी करता है। उन्होंने बताया कोरोना एक ज्वर का ही स्वरूप है ए शिलाजीत रोगप्रतिरोधक  क्षमता बढ़ाने में सहायक होने के कारण इस बीमारी में लाभदायक हो सकता है।