विज्ञान विषयों (साइंसिज)के लिए शूलिनी यूनिवर्सिटी को नंबर 1 और इंजीनियरिंग में नंबर 2 रैंक मिला

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 आदर्श हिमाचल ब्यूरो,

सोलन, 2022,: शूलिनी यूनिवर्सिटी ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए, टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) से साइंस और इंजीनियरिंग विषयों में उच्च रैंकिंग हासिल की है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित, टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) ने शूलिनी यूनिवर्सिटी को फिजिकल साइंसिज के लिए सर्वोच्च रैंकिंग संस्थान और देश में इंजीनियरिंग में दूसरा सर्वोच्च स्थान दिया है।

 

 इस रैंकिंग में देश के सभी संस्थान-सार्वजनिक और निजी दोनों शामिल हैं। टीएचई रैंकिंग से शूलिनी यूनिवर्सिटी को देश में ओवरऑल तौर पर नंबर एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के रूप में आंका गया है। आज घोषित नवीनतम विषयवार रैंकिंग में, शूलिनी यूनिवर्सिटी को इंजीनियरिंग और फिजिकल साइंसिज, दोनों में वैश्विक स्तर पर 201 से 250 बैंड में रखा गया है। टाइम्स हायर एजुकेशन ने वैश्विक स्तर पर इंजीनियरिंग सेक्शन में 1306 संस्थानों को स्थान दिया है जिसमें भारत के 60 संस्थान शामिल हैं। फिजिकल साइंसिज में, शूलिनी यूनिवर्सिटी विश्व स्तर पर 1307 संस्थानों में से 201-250 बैंड में रहा है, जिसमें भारत के 52 संस्थान शामिल हैं। इस श्रेणी में वे यूनिवर्सिटी भी शामिल हैं जो गणित और सांख्यिकी (मैथेमेटिक्स और स्टेटस्टिक्स), भौतिकी और खगोल विज्ञान (फिजिक्स और एस्ट्रोनॉमी), कैमिस्ट्री, जियोलॉजी, इनवॉयरमेंट साइंसिज, अर्थ और मरीन साइंसिज आदि कई विषयों में अग्रणी हैं। इस रैंकिंग के लिए आवेदन करने वाले संस्थानों में प्रतिष्ठित आईआईटी जैसे संस्थान भी शामिल हैं।

चांसलर प्रो पी.के.खोसला ने इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों और छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी अगले साल इस रैंकिंग में टॉप 200 में शामिल होने का प्रयास करेगी।

 

प्रो चांसलर  विशाल आनंद ने यूनिवर्सिटी फैकेल्टी, कर्मचारियों और छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि ये रैंकिंग मिलना बेहद उल्लेखनीय थी और यूनिवर्सिटी अपनी शुरूआत से ही टीएचई रैंकिंग्स प्राप्त करती आ रही है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘यह रैंकिंग यूनिवर्सिटी में शिक्षण, अनुसंधान और पेटेंट की उच्च गुणवत्ता को प्रमुखता से दर्शाता है।’’

वाइस चांसलर प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा कि ‘‘यह अविश्वसनीय लग सकता है, लेकिन हम देखते आए हैं कि जिन लोगों की क्षमताओं को शुरूआत में काफी कम आंका गया, उन्होंने ही बाद में दुनिया को नई दिशा दी। भारत में धीरूभाई अंबानी और अमेरिका में एलोन मस्क जैसे उदाहरण हमारे सामने मौजूद हैं, जिन्होंने अविश्वसनीय सफलताएं हासिल करते हुए नए शिखर छुए हैं।’’