राजा के जाने के बाद अनुशासन हीन हुई प्रदेश कांग्रेस, मुख्यमंत्री की दावेदारी पेश करने के लिए लगी होड़

शिमला। हिमाचल के कांग्रेस के दिग्गज नेता और 6 बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद से हिमाचल कांग्रेस में आंतरिक कलह बढ़ गई है। प्रदेश कांग्रेस में हर कोई अपनी मुख्य्मंत्री दावेदारी पेश कर रहा है हालांकि अभी विधान सभा चुनाव में 17 महीने बाकी हैं। लेकिन कांग्रेस में मुख्य्मंत्री की दौड़ में 6 नेताओं के खुलकर सामने आने से पार्टी में गहमागहमी बढ़ गई है।

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विधान सभा चुनाव से पहले उपचुनाव के रास्ते कांग्रेस के दिग्गज नेता अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं। इस रेस में अर्की व फतेहपुर से कई कांग्रेसी अपनी विरासतों के बल पर अपनी बहुबल साबित कर चुनाव मैदान में उतरने को जुझारू दिख रहें हैं।

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अर्की से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पुर्व मुख्य मंत्री की धर्म पत्नी प्रतिभा सिंह ने उनकी पसंदीदा उम्मीदवार व स्वयं लड़ने की संभावना पर अभी स्तिथि साफ़ नहीं की है। इसी क्रम में फतेहपुर से स्व. सुजान सिंह पठानियां के पुत्र भवानी सिंह के लिए सीट छोड़ने के लिए चर्चा चल रही है, मंडी संसदीय क्षेत्र से पुर्व मंत्री कौलसिंह ठाकुर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। जुब्बल कोटखाई से पूर्व विधायक रहे रोहित ठाकुर  ने अपनी दावेदारी पेश करते नज़र आ रहे है।

देखा जाए तो आने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की आन्तरिक गतिविधियाँ बढ़ गई हैं, ऐसे में उपचुनाव होने से पहेल ही कांग्रेसी गुट में बाँट गये हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की कमी हो जाने की वजह से कांग्रेस में अनियंत्रित परिवार की स्तिथि उत्पन हो गई है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी आने वाले चुनाव में अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर भारी मतों से फिर से विजय हो सकती है।