मुख्यमंत्री ने मण्डी जिला के पराशर में आयोजित सरानाहुली मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता

मुख्यमंत्री ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय खलबूट को उच्च विद्यालय तथा पर्यटन स्थल पराशर को नई राहें, नई मंजिलें योजना के अन्तर्गत शामिल करने की घोषणा की

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला मंडी के ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल पराशर में आयोजित सरानाहुली मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने पराशर ऋषि मंदिर परिसर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरानाहुली मेला देव आस्था, पर्यटन, मनोरंजन, खेल तथा व्यापार की दृष्टि से एक महत्त्वपूर्ण मेला है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न मेलों, देव परंपराओं के प्रसार और संरक्षण, स्वरोजगार, कृषि, बागवानी तथा पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस क्षेत्र में सड़कों के निर्माण के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय खलबूट को उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने, पर्यटन स्थल पराशर को नई राहें, नई मंजिलें के अन्तर्गत शामिल करने तथा मुख्यमंत्री लोक भवन बनाने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि 17 करोड़ रुपये की लागत से ज्वालापुर-पराशर सड़क, 15 करोड़ रुपये की लागत से मंडी-कटौला-बजौरा सड़क के सुदृढ़ीकरण कार्य तथा 7 करोड़ रुपये की लागत से टिहरी-कांलग-पराशर-पन्टोंस सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
द्रंग क्षेत्र में 25 करोड़ रुपये की लागत से घटासनी-बरोट सड़क का सुदृढ़ीकरण, 18 करोड़ रुपये की लागत से पधर में लघु सचिवालय का निर्माण कार्य, 10.73 करोड़ रुपये के व्यय से क्लस्टर विश्वविद्यालय के तहत नारला महाविद्यालय भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा क्षेत्र की 23 ग्राम पंचायतों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 81 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि द्रंग विधान सभा क्षेत्र में 12072 पात्र व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन सुविधा प्रदान की जा रही है। 7984 महिला परिवारों को मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के अन्तर्गत लाभान्वित किया गया है तथा 10,186 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रथम चरण में 10 सड़कों के निर्माण के लिए 35.20 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से चार सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है तथा 6 सड़कों का कार्य प्रगति पर है। द्वितीय चरण में भी 10 सड़कों के निर्माण के लिए 50.78 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से पांच सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और पांच का निर्माण कार्य प्रगति पर है। नाबार्ड के तहत 43.84 करोड़ रुपये की लागत से 6 सड़कें निर्माणाधीन हैं।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत 15.21 करोड़ रुपये की लागत से 12 सड़कों के निर्माण का कार्य प्रगति पर है और दो सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसी योजना के अंतर्गत 14.480 किलोमीटर कच्ची सड़कों तथा 6.545 किलोमीटर पक्की सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। 16.38 करोड़ रुपये की लागत से मंडी-कमांद-कटौला-बजौरा सड़क का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि द्रंग क्षेत्र में ही शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग, वित्त, तकनीकी शिक्षा, आयुर्वेदिक, प्रशासनिक विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य आदि विभागों के 47 भवनों के निर्माण कार्य के लिए 85.47 करोड़ रुपये की धन राशि स्वीकृत की गई है जिनमें से 23 भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है तथा 24 का कार्य प्रगति पर है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने पराशर ऋषि मंदिर में शीश नवाया और पूजा अर्चना की। द्रंग क्षेत्र के विधायक जवाहर ठाकुर ने क्षेत्र में विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी तथा विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। ग्राम पंचायत शेगली की प्रधान बिमला देवी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस मौके पर प्रदेश सरकार के विकासात्मक कार्यक्रमों एवं योजनाओं पर आधारित विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेल प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर विधायक राकेश जम्वाल, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष राजबली, उपमंडलाधिकारी रितिका जिंदल, भाजपा मंडल के पदाधिकारी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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