आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता देवेन्द्र बुशैहरी ने कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से दुख जताते हुए कहा कि चम्बा के सलूणी में युवक मनोहर लाल की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हिमाचल प्रदेश अपनी देव संस्कृति के लिए विख्यात है, तथा हमारे प्रदेश के लोग शांतिप्रिय हैं ।जहां सभी धर्मों के लोग मेलभाव से रहते हैं वहां ऐसा जघन्य अपराध व हत्या होना पूरे प्रदेश के लोगों के लिए अत्यंत दुःखद है, परन्तु दूसरी और विपक्षी भाजपा इस घटना को राजनीतिक रंग देकर दो समुदायों से जोड़ इसे आपसी भाईचारे में वैमनस्यता फैलाने पर उतारू हो गई है, जोकि प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल व भोले-भाले लोगों के लिए कदापि उचित नहीं है।
जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वयं संज्ञान लेते हुए प्रदेश पुलिस को इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर जांच के आदेश दिए और इस वारदात से जुड़े लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया है और कानूनी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं होने से वह अब सांप्रदायिक माहौल बिगाड़कर राजनीतिक लाभ लेने के लिए जो हथकंडे अपना रही है प्रदेश की जनता इसको अच्छी तरह से समझ रही है व भाजपा इसमें कदापि सफ़ल नहीं होगी।
पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी व अपराध का ग्राफ उच्चतम स्तर पर था, पहले भाजपा इस मुद्दे पर जवाब दे।जिस पार्टी के मुखिया पर करोना काल में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के पश्चात अपने पद से हटाया गया था उनसे एक शान्ति पूर्ण राज्य का माहौल दूषित करने के के अलावा क्या उम्मीद की जा सकती है?
कांग्रेस पार्टी यकीन दिलाती है कि हमारी प्रदेश सरकार व पुलिस बल ऐसे मामलों ,अपराधों से निपटने में पूरी तरह से प्रतिबद्ध व सक्षम व उचित समय पर अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का सराहनीय कार्य किया है।
परन्तु विपक्ष द्वारा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को सांप्रदायिक रंग देना प्रदेश के शान्ति पसन्द लोगों अत्यंत भावनाओं से खिलवाड़ है जिसके लिए प्रदेश की जनता भाजपा को कभी माफ़ नहीं करेगी। स्मरण रहे की कानून ‘लाॅ आफ़ रुल’ से चलता है व दोषियों को कानून अनुसार ही न्यायालय द्वारा दंडित किया जाएगा न कि आगजनी तोड़फोड़ व हंगामा ने से। लोगों को ऐसे समय में सरकार व पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने की आवश्यकता है न कि किसी की चाल में फंसने की।