हिमाचल की सड़को पर अब नहीं दिखेंगे लावारिस छोड़े गए पशु, जल्द ही चार गौ अभ्यारण में होगा काम शुरू

विशेषर नेगी

शिमला। हिमाचल की सड़कों पर अब लावारिस छोड़े गए पशु नहीं दिखेंगे। इसके लिए गौ सेवा आयोग ने सरकार के निर्देश पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। गौ सेवा आयोग की टीम इन दिनों फील्ड में निकल कर वस्तुस्थिति का जायजा ले रही है। गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने अपनी टीम के साथ ऊपरी शिमला के विभिन्न गौशालाओं का दौरा कर उन से फीड बैक लिया।

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उन्होंने शिमला जिला के रामपुर के समीप नोगली में गीता महिमा गौ शाला का निरीक्षण करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर लावारिस छोड़े गए पशु सड़को पर न दिखे इस के लिए जमीनी स्तर पर काम शुरू कर दिया है ।उन्होंने कहा जहाँ भूमि हस्तांतरण संबंधी अड़चने गौशालाओ को आ रही है वहां गौ सेवा आयोग की और से हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियो को इस में सहयोग के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग से पंजीकृत गौशालाओ को सरकार की ओर से पांच सौ रूपये प्रति पशु प्रति माह सहायता दी जाएगी।

उन्होंने कहा सिरमौर, सोलन , ऊना और हमीरपुर ज़िले में चार गौ अभ्यारण बन कर तैयार हो गई है जंहा दो हजार पशु रखे जायेगे। जबकि कांगड़ा में पांच और चम्बा में एक का जल्द निर्माण किया जायेगा। हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने समय निर्धारित किया है सड़को पर लावारिश छोड़े गए पशु जल्द गौशालाओ में जाए। उन्हें कहा जिन गौशालाओ के पास पशुपालन विभाग या अपनी भूमि है वहां मनरेगा के तहत गौशालाओ के वस्त्र के लिए विभिन्न कार्य किये जायेगे। उन्होंने कहा कि जो गौशालाये गौ सेवा आयोग से पंजीकृत है उन्हें प्रति पशु पांच सौ रूपये प्रतिमा सहायता दी जाएगी। उन्होंने लोगो से इस तरह के कार्यो से सहयोग की अपील की।