विश्वविद्यालय ने की अधिसूचना जारी, लेकिन UG फॉर्म भरने मे छात्र असमर्थ

एक बार फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की पेपर चेकिंग प्रणाली सवालों के घेरे मे

एक बार फिर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की पेपर चेकिंग प्रणाली सवालों के घेरे मे
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला| अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश वि वि इकाई के द्वारा वि वि प्रशासन की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में लाया गया है | इकाई मंत्री इंद्र नेगी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वि वि प्रशासन छात्रों को गुमराह करने का काम कर रहा है| हाल ही में नवंबर माह में वि वि द्वारा फर्स्ट ईयर का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था जिसमें बहुत से छात्रों को फेल कर दिया गया था, जिससे वि वि की पेपर चेकिंग प्रणाली को लेकर विद्यार्थी परिषद ने जिला शिमला के छात्रों को लामबंद करते हुए बड़ा आंदोलन वि वि प्रशासन के खिलाफ किया था छात्रों को आश्वासन देते हुए प्रति कुलपति तथा परीक्षा नियंत्रक ने छात्रों से पुनर्मूल्यांकन का फॉर्म भरने की अपील की थी तथा दो महीने के अंदर पुनर्मूल्यांकन का परिणाम छात्रों को देने का वादा किया था परंतु चार माह बीत जाने के बाद भी वि वि प्रशासन पुनर्मूल्यांकन का पूरा परिणाम नहीं घोषित कर पाया है |
अभी हाल ही में एक वाक्या ऐसा भी वि वि में पेश आया है जिसमें अंग्रेज़ी के एक विषय में छात्र को पहले 70 में से 16 अंक दिये गए थे बाद में पुनर्मूल्यांकन के बाद उसके अंक 16 से 60 हो गए ऐसे में वि वि की पेपर चेकिंग प्रक्रिया एक बार फिर से सवालों के घेरे में है | अपने गैर ज़िम्मेदाराना रवैये के कारण वि वि की कार्यप्रणाली के कारण प्रदेश में पढ़ने वाला छात्र दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है |
इसकी के साथ वि वि में LCC यानी लेट कॉलेज कैपेसिटी की परीक्षाएं भी दिसंबर माह में आयोजित करवाई थी परंतु अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन लेट कॉलेज कैपेसिटी के भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं कर पाया है और छात्रों को दूसरी बार LCC के फॉर्म भरने की अधिसूचना जारी कर उसे 2 बार आगे भी बढ़ा दिया गया है परंतु जब वि वि प्रशासन परिणाम ही घोषित नहीं कर पाया है तो लेट कॉलेज कैपेसिटी के फॉर्म भरने की अधिसूचना किस आधार पर जारी कर रहा तथा आगे बढ़ा रहा है |
इकाई मंत्री इंद्र ने बताया कि
ERP प्रणाली की खामियों के कारण पहले ही प्रदेश के छात्रों का हिमाचल प्रदेश वि वि से मोह भंग हो रहा है क्योंकि ये प्रणाली छात्रों के लिए अभिशाप बन कर सामने आई है | फाइनल ईयर का लेट कॉलेज कैपेसिटी का परिणाम भी घोषित नहीं किया है।ऐसे में बार बार फॉर्म भरने की अधिसूचना जारी कर वि वि प्रशासन छात्रों को गुमराह करने का काम कर रहा है तथा अंत में फॉर्म भरने के लिए 1200 रुपए लेट फीस लगा  कर छात्रों का शोषण करने का काम भी विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा किया जाता है |
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद वि वि इकाई वि वि प्रशासन से यह मांग करती है जल्द से जल्द पुनर्मुल्यांकन के परिणाम घोषित करे तथा जल्द रीअपीयर के परीक्षा फॉर्म छात्रों के लिए खोले व भविष्य में बिना पोर्टल खोले कोई भी अधिसूचना जारी न करे ताकि छात्रों में भी कोई संशय की स्थिति पैदा न हो साथ ही वि वि प्रशासन अपनी पेपर चेकिंग प्रणाली में भी सुधार करे नहीं तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन वि वि प्रशासन व प्रदेश सरकार के खिलाफ विद्यार्थी परिषद करेगी जिसकी सारी ज़िम्मेदारी वि वि प्रशासन व प्रदेश सरकार की होगी |
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