स्वच्छता पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह एम्स बिलासपुर में संपन्न

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

बिलासपुर।एम्स में  1 से 15 अप्रैल 2025 तक आयोजित स्वच्छता पखवाड़ा का समापन समारोह गरिमापूर्ण ढंग से आयोजित किया गया। इस दो सप्ताहीय अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम, प्रशिक्षण सत्र, प्रतियोगिताएँ और सफाई अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुए। समापन दिवस पर “कल को बदलने की शक्ति” विषय पर रंगोली प्रतियोगिता का प्रशासनिक भवन और सभागार परिसर में आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में संस्थान के सभी विभागों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. रूपाली पारलेवार अधिष्ठाता (शैक्षणिक), डॉ. आदित्य शर्मा, प्राचार्य, नर्सिंग कॉलेज एवं डॉ. दिनेश कुमार वर्मा, चिकित्सा अधीक्षक शामिल रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों की रचनात्मकता और प्रस्तुति का निष्पक्ष मूल्यांकन किया। मुख्य एवं समापन समारोह के दौरान छात्रों द्वारा प्रस्तुतियों के माध्यम से स्वच्छता के महत्व पर बल दिया गया।

स्वच्छता पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह एम्स बिलासपुर में संपन्न
स्वच्छता पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह एम्स बिलासपुर में संपन्न

इस पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रकार की रचनात्मक एवं ज्ञानवर्धक प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की गईं, जैसे पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता, क्विज़ प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता इत्यादी। इन प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा एवं रचनात्मकता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। समापन समारोह में इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। विजेताओं की सूची इस प्रेस विज्ञप्ति के साथ संलग्न है।

 

स्वच्छता पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह एम्स बिलासपुर में संपन्न
स्वच्छता पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह एम्स बिलासपुर में संपन्न

समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में संस्थान के कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) डी. एन. शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दीं और स्वच्छता के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दोहराया। सभी विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए और प्रतिभागियों की सराहना की गई। स्वच्छता पखवाड़ा के इस आयोजन में संस्थान के सभी विभागों, नर्सिंग स्टाफ, एम.जे. सोलंकी कर्मचारियों एवं छात्रों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। यह पहल स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संस्थान को एक स्वच्छ, सुंदर एवं सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रही।